इस दिन मनाई जा रही है अक्षय तृतीया, जानिए इन कुछ सरल उपाय के बारे में

इस वर्ष अक्षय तृतीया 22 अप्रैल दिन शनिवार को मनाई जा रही है। इस दिन मां लक्ष्मी जी की पूजा की जाती है और माना जाता है कि यह दिन माता लक्ष्मी की कृपा पाने का अच्छा अवसर है। माना जाता है कि इस दिन आप जो भी शुभ कार्य करते हैं उसका अच्छा फल.

इस वर्ष अक्षय तृतीया 22 अप्रैल दिन शनिवार को मनाई जा रही है। इस दिन मां लक्ष्मी जी की पूजा की जाती है और माना जाता है कि यह दिन माता लक्ष्मी की कृपा पाने का अच्छा अवसर है। माना जाता है कि इस दिन आप जो भी शुभ कार्य करते हैं उसका अच्छा फल अक्षय कहलाता है। आइए जानते है क्षय तृतीया के कुछ सरल उपाय के बारे में जिससे आपको धन, सुख-समृद्धि की प्राप्ति होगी।

अक्षय तृतीया के ज्योतिष उपाय
1. जौ खरीदना और दान करना
अक्षय तृतीया के दिन जौ का दान करना बड़ा ही पुण्यकारी माना जाता है. इसका दान सोने का दान करने के बराबर होता है. अक्षय तृतीया को आप सोना खरीद सकते हैं, यदि वैसी व्यवस्था नहीं है तो आप जौ खरीद लें. आपके परिवार के धन-संपत्ति में वृद्धि होगी. इस दिन चांदी, आभूषण आदि की खरीदारी से अक्षय लक्ष्मी की प्राप्ति होती है.

2. भगवान विष्णु के साथ लक्ष्मी पूजा
अक्षय तृतीया वाले दिन माता लक्ष्मी के साथ भगवान श्रीहरि विष्णु की पूजा करनी चाहिए. इससे माता लक्ष्मी प्रसन्न होती है. दांपत्य जीवन सुख होता है. लक्ष्मी कृपा से जीवन में धन, वैभव की कमी नहीं रहती है. इसके अलावा आप चाहें तो माता लक्ष्मी के साथ भगवान गणेश की पूजा कर सकते हैं. इससे आपका धन स्थिर रहेगा. पूजा के समय माता लक्ष्मी को मखाने की खीर या फिर दूध से बनी कोई भी सफेद मिठाई का भोग लगा सकते हैं.

3. जल कलश का दान
अक्षय तृतीया के दिन आप एक कलश लें और उसमें साफ जल भर लें. फिर उसमें थोड़ा सा गंगाजल मिला लें. अब उसे किसी गरीब ब्राह्मण को दान कर दें. जल भरे कलश का दान करने से सभी तीर्थों के पुण्य के समान फल की प्राप्ति होती है.

अक्षय तृतीया पर ब्रह्मदेव के पुत्र अक्षय की उत्पत्ति
पौराणिक कथाओं के अनुसार, वैशाख शुक्ल तृतीया तिथि को ब्रह्म देव के पुत्र अक्षय कुमार की उत्पत्ति हुई थी, इसलिए इस ​तिथि को अक्षय तृतीया कहते हैं.

अक्षय तृतीया पर पितरों की पूजा
अक्षय तृतीया वाले दिन पितरों के लिए तर्पण, पिंडदान आदि किया जाता है, इससे अक्षय फल की प्राप्ति होती है. पितर अपने वंश से खुश होते हैं और उनके सुख जीवन का आशीर्वाद देते हैं. इस दिन अवश्य ही पितरों की पूजा करनी चाहिए.

- विज्ञापन -

Latest News