नई दिल्ली: लड्डू गोपाल तो हर किसी के घर में जरूर होंगे। उनके भक्तो ने उन्हें आपने साथ परिवार के एक सदस्य के रूप में रखा है। बाल गोपाल को कई नामो से बुलाया जाता है। भक्तो को लड्डू गोपाल की सेवा एक छोटे बच्चे की तरह करनी होती है। जिस प्रकार एक छोटे से बच्चे को समय-समय पर खान-पान दिया जाता है उसी प्रकार लड्डू गोपाल को स्नान से लेकर सुलाने, उठाने और भोग लगाने से जुड़ी कई महत्तवपूर्ण बातें का ध्यान रखा जाता है।
देखा जाए जिस घर में बाल गोपाल हो उस घर में सुख-समृद्धि बनी रहती है। लेकिन क्या आप जानते है कि लड्डू गोपाल को घर में रखने के बहुत से नियम होते है। लड्डू गोपाल से जुड़े कई महत्तवपूर्ण बातें शास्त्रों में भी बताई गई हैं। तो चलिए जानते है कि लड्डू गोपाल को शास्त्रों के अनुसार उनके किसी कार्यों को करते समय किन मंत्रों का उच्चारण करना चाहिए।
भक्तो को बाल गोपाल को भोग लगते समय ‘ त्वदीयं वस्तु गोविन्द तुभ्यमेव समर्पये। गृहाणे सम्मुखो भूत्वा प्रसीद परमेश्वर ।। इस मंत्र का उच्चारण करें। दरअसल इस मंत्र का अर्थ है कि मेरे पास जो भी है भगवान वो सब आपने ही दिया है और अब मैं उसी को भोग के रूप में आपको अर्पित कर रहा हूं इसे ग्रहण करें और अपनी कृपा मुझ पर बनाएं रखें। जब आप भोग लगा रहे हो उस समय इस मंत्र का उच्चारण आवशय करें और फिर मंदिर में पर्दा कर दे इसके साथ वह से हट जाएं। कहा जाता है कि लड्डू गोपाल राधा रानी के भोग पाते है।
लड्डू गोपाल को कराएं इन चीजों से स्नान
1.गोपी चंदन लड्डू गोपाल को अति प्रिय है। ऐसे में आप लड्डू गोपाल को रोजाना गोपी चंदन से स्नान कराएं। अगर आप गोपी चंदन से स्नान करवाते है तो उससे बाल गोपाल प्रसन्न रहते हैं।
2.लड्डू गोपाल को स्नान कराते समय केसर का प्रयोग करें। केसर से स्नान कराने से उनका मन हर्षित रहता है और उनकी कृपा से घर में खुशहाली का आगमन होता है।
3.रोजाना पंचामृत से स्नान कराने पर मनाही है। बता दें कि पंचामृत से स्नान सिर्फ मंदिरों में करवाया जाता है। घर में लड्डू गोपाल को पंचामृत से स्नान सिर्फ किसी उत्सव या जन्माष्टमी के मौके पर ही करवाना चाहिए।