Sawan 2024 Vastu: सावन का महीना भगवान शिव का सबसे प्रिय महीना माना जाता है इन दिनों मंदिरों में भक्तों की कतार लगी रहती है। हर कोई शिव जी की भक्ति में लीन रहता है और फल-बेलपत्र से शिव की उपासना कर उन्हें प्रसन्न करने में लगा होता है। भक्त पूरे भाव के साथ भगवान शिव की पूजा अर्चना करते हैं। ऐसे में सभी भक्तों को पता होगा कि भगवान शिव को बेलपत्र अत्यंत प्रिय हैं और बेलपत्र के बगैर महादेव की पूजा पूरी नहीं मानी जाती है। सावन के सोमवार का विशेष महत्व है। वही सभी भक्तों को बता दे कि सावन महीने में घर में बेलपत्र का पौधा लगाने के लिए भी सही समय माना जाता है। ऐसे में अगर आप अपने घर में बेलपत्र का पौधा लगाने वाले है तो इससे पहले इसके नियम और मान्यता जरूर जान लें। हिन्दू मान्यता के अनुसार जिस घर में बलेपत्र का पेड़ होता है वहां भगवान शिव की कृपा बरसती है। तो चलिए जानते है बेलपत्र को घर में लगाने के वास्तु नियम
बेल का पौधा लगाने के वास्तु नियम
– घर में बेल का पौधा लगाते समय वास्तु के कुछ नियमों का जरूर पालन करना चाहिए।
– वास्तु के अनुसार बेल का पौधा हमेशा घर के उत्तर या पश्चिम दिशा में लगाना चाहिए। दरअसल यह दिशा बेल का पौधा लगाने के लिए लाभकारी होती है।
– बेल के पौधे को घर के आंगन में लगाने से नकारात्मकता दूर होती है।
– बेल का पौधा भगवान शिव की पूजा के लिए उनके प्रिय बेलपत्र के साथ-साथ बेल का फल भी देता है।
– घर में बेल का पौधा लगाते समय वास्तु के कुछ नियमों का जरूर पालन करना चाहिए।
– सावन माह में बेल के पेड़ की पूजा बहुत शुभ और फलदाई होती है।
– बता दे कि इस माह में बेल के पेड़ की पूजा और उस पर लाल रंग का कलावा बांधने से कुंडली में राहु के अशुभ प्रभावों से छुटकारा प्राप्त होता है।
– वास्तु के अनुसार चतुर्थी, अष्टमी, नवमी, चतुर्दशी और अमावस्या को बेलपत्र तोड़ना वर्जित माना गया है।
– सोमवार के दिन भी बेलपत्र नहीं तोड़ना चाहिए। सोमवार के व्रत के लिए एक दिन पहले ही बेलपत्र तोड़कर रख लेना चाहिए।
– इससे सोमवार को बेलपत्र तोड़ने के दोष से बचा जा सता है।