साल के आखिर में कर लीजिए ये व्रत… मिलेगी सुख-समृद्धि, खुलेगी तरक्की की राह

  नई दिल्ली: हमारे अंग्रेजी कैलेंडर के अनुसार साल का अंतिम महीना दिसंबर का होता है। वही मार्गशीर्ष महीने का नए साल के लिए खास महत्व है। मिली जानकारी के अनुसार,इस साल का आखिरी पूर्णिमा का व्रत 26 दिसंबर दिन मांगलवार को रखा जाएगा। इस दिन कई शुभ संयोग भी बनने जा रहा है जो.

 

नई दिल्ली: हमारे अंग्रेजी कैलेंडर के अनुसार साल का अंतिम महीना दिसंबर का होता है। वही मार्गशीर्ष महीने का नए साल के लिए खास महत्व है। मिली जानकारी के अनुसार,इस साल का आखिरी पूर्णिमा का व्रत 26 दिसंबर दिन मांगलवार को रखा जाएगा। इस दिन कई शुभ संयोग भी बनने जा रहा है जो इस पूर्णिमा को और भी खास बनाता है। पूर्णिमा के दिन ब्रह्म योग और शुक्ल युग का निर्माण होने जा रहा है।

इस पूर्णिमा में स्नान दान और सतनारायण कथा सुनने से सभी प्रकार के कष्ट समाप्त हो जाते हैं उसके साथ ही घर से दरिद्रता भी चली जाती है। इस महीने की पूर्णिमा के दिन जो भी गीता का पाठ करता है उसे मोक्ष की प्राप्ति होती है। इसके साथ ही घर में लक्ष्मी का भी वास होता है,वही इस पूर्णिमा को बत्तीसी पूर्णिमा भी कहा जाता है। इस दिन भगवान विष्णु की पूजा अवश्य करें से इससे 32 गुना फल की प्राप्ति होगी।

कब से शुरू होगी पूर्णिमा:

ज्योतिष आचार्य के अनुसार,साल की आखिरी पूर्णिमा की तिथि 26 दिसंबर दिन मंगलवार अहले सुबह 3बजकर 56मिनट से शुरू होने जा रहा है और समापन अगले दिन 27 दिसंबर दिन बुधवार को अहले सुबह 04 बजकर 05 मिनट मे हो रहा है। उदयातिथि के अनुसार पूर्णिमा का व्रत 26 दिसंबर यानी मंगलवार को रखा जाएगा। इस दिन शुभ योग भी बनने जा रहा है शुक्ल युग और ब्रह्म योग. वही भगवान सत्यनारायण की पूजा का शुभ मुहूर्त सुबह 10 बजकर 32 मिनट से लेकर शाम 04 बजकर 16 मिनट तक रहने वाला है।

- विज्ञापन -

Latest News