जानिए कब है फाल्गुन का दूसरा प्रदोष व्रत, शिव पूजा के शुभ मुहूर्त के बारे में

फाल्गुन माह का दूसरा प्रदोष व्रत शुक्ल पक्ष में रखा जा रहा है। आपको बता दें कि यह शुक्ल पक्ष की त्रयोदशी तिथि को प्रदोष व्रत होगा। यह इस माह का दूसरा शनि प्रदोष व्रत है। फाल्गुन प्रदोष व्रत का प्रारंभ 4 मार्च दिन शनिवार सुबह 11 बजकर 43 मिनट पर होगा और 5 मार्च.

फाल्गुन माह का दूसरा प्रदोष व्रत शुक्ल पक्ष में रखा जा रहा है। आपको बता दें कि यह शुक्ल पक्ष की त्रयोदशी तिथि को प्रदोष व्रत होगा। यह इस माह का दूसरा शनि प्रदोष व्रत है। फाल्गुन प्रदोष व्रत का प्रारंभ 4 मार्च दिन शनिवार सुबह 11 बजकर 43 मिनट पर होगा और 5 मार्च रविवार को दोपहर 2 बजकर 7 मिनट पर इसका समापन होगा। प्रदोष पूजा का मुहूर्त 4 मार्च को प्राप्त हो रहा है, इसलिए शनि प्रदोष व्रत 4 मार्च को रखा जाएगा। आइए जानते है इसके शुभ मुहूर्त और पूजा विधि के बारे में:

प्रदोष व्रत का पूजा मुहूर्त 2023
04 मार्च को प्रदोष व्रत का शुभ मुहूर्त शाम को 06 बजकर 23 मिनट से प्रारंभ हो रहा है, जो रात 08 बजकर 50 मिनट तक रहेगा. इस समय में आपको भगवान शिव की पूजा कर लेनी चाहिए.

दो शुभ योगों में है शनि प्रदोष व्रत
फाल्गुन का दूसरा शनि प्रदोष व्रत दो शुभ योग शोभन और रवि योग में है. इस दिन प्रात:काल से लेकर शाम 07 बजकर 37 मिनट तक शोभन योग रहेगा. वहीं रवि योग शाम को 06 बजकर 41 मिनट से अगले दिन 05 मार्च की सुबह 06 बजकर 37 मिनट तक है. ये दोनों ही योग शुभ हैं. इसमें पूजा पाठ का शुभ फल प्राप्त होता है.

प्रदोष व्रत के दिन रुद्राभिषेक का अवसर
04 मार्च को प्रदोष व्रत के दिन रुद्राभिषेक का भी अवसर है. इस दिन शिववास है. प्रदोष व्रत के दिन भगवान शिव का वास कैलाश पर सुबह से लेकर दिन में 11 बजकर 43 मिनट तक है. उसके बाद उनका वास नंदी पर होगा. शिव जी का कैलाश और नंदी पर वास होने पर रुद्राभिषेक कराया जाता है.

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