पंचांग और शुभ मुहूर्त 18 अप्रैल 2023

शुभ विक्रम संवत्-2080, शक संवत्-1945, हिजरी सन्-1444, ईस्वी सन्-2023 संवत्सर नाम-पिंगल अयन-उत्तरायण मास-वैशाख पक्ष-कृष्ण ऋतु-वसन्त वार-मंगलवार तिथि (सूर्योदयकालीन)-त्रयोदशी नक्षत्र (सूर्योदयकालीन)-उत्तराभाद्रपद योग (सूर्योदयकालीन)-ऐंन्द्र करण (सूर्योदयकालीन)-वणिज लग्न (सूर्योदयकालीन)-मेष शुभ समय-10:46 से 1:55, 3:30 5:05 तक राहुकाल- दोप. 3:00 से 4:30 बजे तक दिशा शूल-उत्तर योगिनी वास-दक्षिण गुरु तारा-अस्त शुक्र तारा-उदित चंद्र स्थिति-मीन व्रत/मुहूर्त-मूल प्रारंभ/सर्वार्थसिद्धि योग/मास शिवरात्रि यात्रा.

शुभ विक्रम संवत्-2080, शक संवत्-1945, हिजरी सन्-1444, ईस्वी सन्-2023
संवत्सर नाम-पिंगल
अयन-उत्तरायण
मास-वैशाख
पक्ष-कृष्ण
ऋतु-वसन्त
वार-मंगलवार
तिथि (सूर्योदयकालीन)-त्रयोदशी
नक्षत्र (सूर्योदयकालीन)-उत्तराभाद्रपद
योग (सूर्योदयकालीन)-ऐंन्द्र
करण (सूर्योदयकालीन)-वणिज
लग्न (सूर्योदयकालीन)-मेष
शुभ समय-10:46 से 1:55, 3:30 5:05 तक
राहुकाल- दोप. 3:00 से 4:30 बजे तक
दिशा शूल-उत्तर
योगिनी वास-दक्षिण
गुरु तारा-अस्त
शुक्र तारा-उदित
चंद्र स्थिति-मीन
व्रत/मुहूर्त-मूल प्रारंभ/सर्वार्थसिद्धि योग/मास शिवरात्रि
यात्रा शकुन- दलिया का सेवन कर यात्रा पर निकलें।
आज का मंत्र-ॐ अं अंगारकाय नम:।
आज का उपाय-हनुमान मंदिर में बूंदी के लड्डू चढ़ाएं।
वनस्पति तंत्र उपाय- खैर के वृक्ष में जल चढ़ाएं।

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