इस बार धनतेरस पर काशी में बांटा जाएगा खजाना! 5 लाख से ज्यादा भक्तों तक पहुंचेगा देवी का ये प्रसाद

धनतेरस का दिन धन की पूजा का दिन है। सचमुच में यह पर्व धन की पूजा अर्थात धर्म की पूजा का पर्व है। आपको बता दें कि इस बार भोले की नगरी काशी में धनतेरस के दिन खजाने वाली देवी का दरबार खुलेगा। आपको बता दें कि यह ऐसा पहला मौका है जब पूरे 5.

धनतेरस का दिन धन की पूजा का दिन है। सचमुच में यह पर्व धन की पूजा अर्थात धर्म की पूजा का पर्व है। आपको बता दें कि इस बार भोले की नगरी काशी में धनतेरस के दिन खजाने वाली देवी का दरबार खुलेगा। आपको बता दें कि यह ऐसा पहला मौका है जब पूरे 5 दिनों तक माता अन्नपूर्णा के स्वर्णमयी प्रतिमा के दर्शन किए जा सकेंगे।

अनुमान है कि इस बार पांच दिनों में 5 लाख से ज्यादा भक्तों तक देवी का ये खजाना पहुंचाएगा। स बार धनतेरस 10 नवंबर को आ रहा है। इसी दिन भोर में आरती के बाद भक्त माता अन्नपूर्णा के स्वर्णमयी प्रतिमा के दर्शन कर पाएंगे जो 14 नवंबर तक चलेगा। बता दें कि साल में सिर्फ धनतेरस के दिन ही माता का दरबार भक्तों के लिए खुलता है और माता भक्तों पर खजाना बरसाती हैं।

अन्नकूट पर 56 तरह के व्यंजन का लगेगा भोग
मंदिर के महंत शंकर पूरी ने बताया कि हर बार 4 दिनों तक देवी का दरबार भक्तों के लिए खोला जाता है लेकिन भक्तों के भीड़ को देखते हुए इस साल पांच दिन भक्तों को देवी दर्शन देंगी और उन्हें खजाना भी वितरित किया जाएगा. उसके बाद 14 नवंबर को अन्नकूट महोत्सव होगा जिसमें 56 तरह के व्यंजन से देवी का दरबार सजाया जाएगा.

ये है धार्मिक मान्यता
धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, जो भी भक्त धनतेरस के दिन माता अन्नपूर्णा के स्वर्णमयी प्रतिमा के दर्शन करता है और उनसे खजाना प्राप्त कर उसे अपनी तिजोरी या धन स्थान में रखता है, तो देवी अन्नपूर्णा उनके घर में कभी भी अन्न और धन की कमी नहीं होने देती हैं.यही वजह है कि देवी के इस खजाने के लिए देशभर से श्रद्धालु दर्शन के लिए यहां आते हैं.

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