नयी दिल्ली: भारत 48वें टोरंटो अंतर्राष्ट्रीय फिल्म महोत्सव (टीआईएफएफ) में भाग लेगा और देश की रचनात्मक शक्ति का प्रदर्शन करेगा। इस वर्ष, भारत को प्रतिभा, सामग्री और मनोरंजन के केंद्र के रूप में प्रदर्शित करने पर ध्यान केंद्रित किया जाएगा। सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय की विज्ञप्ति में कहा गया है कि अपनी व्यापक भागीदारी योजना में, भारत देश की रचनात्मक और साथ ही तकनीकी शक्तियों को प्रदर्शित करने के लिए कई सत्रों की मेजबानी करेगा और अंतरराष्ट्रीय हितधारकों को भारत के साथ फिल्मों का सह-निर्माण करने और भारतीय स्थानों पर फिल्म बनाने के लिए आमंत्रित करेगा।
टीआईएफएफ सात सितंबर से शुरू हो रहा है। एक विशेष स्पॉटलाइट सत्र, जिसका शीर्षक है, आओ, भारत में फिल्म बनाएं, देश में फिल्मांकन की आसानी को बढ़ावा देने के लिए अंतरराष्ट्रीय बिरादरी के लिए भारत की फिल्म नीतियों और एकल खिड़की तंत्र को प्रदर्शित करने का प्रयास किया जाएगा। टीआईएफएफ में भारत की भागीदारी इंडिया पवेलियन के उद्घाटन के साथ शुरू होगी, जिसे नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ डिजाइन, अहमदाबाद द्वारा डिजाइन किया गया है। विज्ञप्ति में कहा गया है कि स्पॉटलाइट सत्र के अलावा, कहानीकारों की भूमि के रूप में भारत पर एक सत्र और अंतरराष्ट्रीय गणमान्य व्यक्तियों के साथ कई बैठकों की योजना बनाई गई है।
विज्ञप्ति में कहा गया है कि इस साल टीआईएफएफ के आधिकारिक चयन में छह भारतीय फिल्मों का चयन किया गया है। ये फिल्म तरसेम सिंह धंधवार द्वारा निर्देशित डियर जस्सी, निखिल नागेश भट्ट द्वारा निर्देशित किल, करण बुलानी द्वारा निर्देशित थैंक यू फॉर कमिंग, किरण राव द्वारा निर्देशित लॉस्ट लेडीज, जयंत दिगंबर सोमलकर द्वारा निर्देशित स्थल/ए मैच, आनंद पटवर्धन द्वारा वसुधैव कुटुंबकम/द वर्ल्ड इज फैमिली आनंद पटवर्धन है। सुसी गणेशन द्वारा निर्देशित फिल्म दिल है ग्रे को मार्केट सेक्शन में प्रदर्शित किया जाएगा।