अनु मलिक के जन्मदिन पर जानिए उनके जीवन से जुड़े कुछ खास किस्से

वर्ष 1988 अनु मलिक के सिने करियर का अहम वर्ष साबित हुआ। इस वर्ष उनकी ‘गंगा जमुना सरस्वती’ और ‘जीते हैं शान से’ जैसी फिल्में प्रदर्शित हुयी जिनका संगीत श्रोताओं के बीच पसंद किया गया। अमिताभ बच्चन अभिनीत फिल्म गंगा जमुना सरस्वती यूं तो टिकट खिड़की पर कामयाब नही हो सकी लेकिन फिल्म के गीत.

वर्ष 1988 अनु मलिक के सिने करियर का अहम वर्ष साबित हुआ। इस वर्ष उनकी ‘गंगा जमुना सरस्वती’ और ‘जीते हैं शान से’ जैसी फिल्में प्रदर्शित हुयी जिनका संगीत श्रोताओं के बीच पसंद किया गया। अमिताभ बच्चन अभिनीत फिल्म गंगा जमुना सरस्वती यूं तो टिकट खिड़की पर कामयाब नही हो सकी लेकिन फिल्म के गीत ..साजन मेरा उस पार है ..श्रोताओं के बीच काफी लोकप्रिय हुआ। मिथुन चक्रवर्ती और संजय दत्त की मुख्य भूमिका वाली फिल्म ..जीते है शान से.. में अनु मलिक ने संगीत निर्देशन के साथ ही कुछ गाने भी गाये थे। उनकी आवाज में रचा बसा यह गीत ..जूली जूली जॉनी का दिल तुझपे आया जूली ..और सलाम सेठ सलाम सेठ ..श्रोताओं के बीच काफी लोकप्रिय हुआ।

अनु मलिक की किस्मत का सितारा वर्ष 1993 में प्रदर्शित फिल्म ‘बाजीगर’ से चमका। अब्बास मस्तान के निर्देशन में बनी इस फिल्म में शाहरूख खान और काजोल ने मुख्य भूमिका निभाई थी। फिल्म में अनु मलिक के संगीतबद्ध गीत ..ये काली काली आंखे ..बाजीगर ओ बाजीगर.. …ऐ मेरे हमसफर … श्रोताओं के बीच काफी लोकप्रिय हुये। इसी वर्ष अनु मलिक की फिर तेरी कहानी याद आयी,सर जैसी फिल्में भी प्रदर्शित हुयी जिनका संगीत श्रोताओं के बीच बहुत लोकप्रिय हुआ। इस बीच अनु मलिक पर आरोप लगने लगे कि उनकी बनायी गयी धुने विदेशी फिल्मों के गीतो से प्रेरित है। वर्ष 1997 में जे.पी दत्ता के निर्देशन में बनी फिल्म ‘बार्डर’ में अपने संगीतबद्ध गीत …संदेशे आते है हमे तड़पाते हैं… के जरिये अनु मलिक ने आलोचको को करारा जवाब दिया।

देश भक्ति की भावना से परिपूर्ण यह गीत आज भी श्रोताओ की आंखो को नम कर देता है।वर्ष 2000 में अनु मलिक को एक बार फिर से जे.पी.दत्ता के निर्देशित फिल्म ‘रिफ्यूजी’ में संगीत देने का मौका मिला। फिल्म में अभिषेक बच्चन और करीना कपूर ने मुख्य भूमिका निभाई थी जिन्होंने इसी फिल्म से अपने करियर की शुरूआत की थी। फिल्म में अनु मल्लिक के संगीतबद्ध गीत श्रोताओं के बीच काफी लोकप्रिय हुये साथ ही वह सर्वश्रेष्ठ संगीतकार के राष्ट्रीय पुरस्कार से भी सम्मानित किये गये। अनु मलिक को उनके करियर में दो बार सर्वश्रेष्ठ संगीतकार के फिल्म फेयर पुरस्कार से सम्मानित किया गया है। अनु मल्लिक आज भी पूरे जोशो खरोश के साथ फिल्मों में सक्रिय है।

- विज्ञापन -

Latest News