लगातार राजनीतिक निशाने पर रहने को लेकर कभी नहीं की परवाह : Deepika Padukone

नई दिल्लीः टाइम मैगजीन के मुख्य पृष्ट पर हाल में जगह बनाने वाली बॉलीवुड अभिनेत्री दीपिका पादुकोण ने कहा कि उन्होंने अपने 15 साल के करियर में ‘‘लगातार राजनीतिक निशाने पर रहने’’ को लेकर कभी परवाह नहीं की। पत्रिका के मुख्य पृष्ट वा दीपिका मटमैले रंग का पैंट-सूट पहने हुए हैं और उन्होंने पैरों में.

नई दिल्लीः टाइम मैगजीन के मुख्य पृष्ट पर हाल में जगह बनाने वाली बॉलीवुड अभिनेत्री दीपिका पादुकोण ने कहा कि उन्होंने अपने 15 साल के करियर में ‘‘लगातार राजनीतिक निशाने पर रहने’’ को लेकर कभी परवाह नहीं की। पत्रिका के मुख्य पृष्ट वा दीपिका मटमैले रंग का पैंट-सूट पहने हुए हैं और उन्होंने पैरों में जूते-चप्पल नहीं पहनी हुई। इस तस्वीर के साथ ही पत्रिका में ‘‘ वैश्विक स्टार : दीपिका पादुकोण दुनिया को ला रही हैं बॉलीवुड में’’ शीर्षक प्रकाशित है।

अमेरिका की प्रतिष्ठित पत्रिका को दिए अपने साक्षात्कार में अभिनेत्री ने कथित तौर पर ऐतिहासिक तथ्यों से छेड़छाड़ करने के लिए ‘‘पद्मावत’’, अपनी पहली प्रोडक्शन फिल्म ‘‘छपाक’’ की रिलीज के दौरान जेएनयू छात्रों के प्रति एकजुटता जताकर और हाल में ‘पठान’ फिल्म के गीत ‘‘बेशरम रंग’’ में एक पाकिस्तानी जासूस के रूप में ‘‘भगवा’’ बिकनी पहनकर कथित तौर पर धाíमक भावनाओं को आहत करने को लेकर हुए विवादों पर बात की।

पत्रिका में छपे लेख के अनुसार जब दीपिका से ‘‘लगातार सियासी तौर पर निशाने पर रहने’’ के बारे में पूछा गया तो उन्होंने ‘‘लंबा विराम’’ लिया। सैतीस वर्षीय अभिनेत्री ने पत्रिका से कहा, कि ‘मुझे नहीं पता कि मुझे इसके बारे में कुछ महसूस होना चाहिए या नहीं। लेकिन सच्चाई यह है कि मैं इसकी परवाह नहीं करती हूं।’’ लेख में अभिनेत्री ने कहा, ‘‘यह भारत का समय है।’’ विज्ञापनों तथा संगीत वीडियो में बतौर मॉडल अपने करियर की शुरुआत करने वाली दीपिका ने कहा, ‘‘भारतीय सिनेमा ने सीमाओं के दायरे को लांघ दिया है और भारतीय हर जगह मौजूद हैं। इसलिए आप जहां भी जाते हैं आपको प्रसिद्धि मिलती है।’’

उन्होंने कहा, कि ‘यह भारत का समय है। हमारी जड़ों, हमारी विरासत, हमारे इतिहास के साथ एक भारत है लेकिन एक नया और युवा भारत भी है जो उभर रहा है। अगर ये दोनों भारत एक साथ आते हैं तो इस वक्त वे मुझे वाकई आकर्षक लग रहे हैं।’’ भारत ने 2023 एकेडमी अवॉर्डस में दो पुरस्कार जीते थे। एसएस राजमौली की ब्लॉकबास्टर फिल्म ‘‘आरआरआर’’ के गीत ‘‘नाटु नाटु’’ को सर्वश्रेष्ठ मूल गीत की श्रेणी में ऑस्कर पुरस्कार मिला और ‘‘द एलीफेंट व्हिस्पर्स’’ को सर्वश्रेष्ठ वृत्तचित्र (लघु विषय) की श्रेणी में ऑस्कर मिला। दीपिका ने कहा, कि ‘लेकिन मुझे नहीं लगता कि हमें एक गीत तथा एक वृत्तचित्र के लिए ऑस्कर से खुश हो जाना चाहिए। मैं उम्मीद करती हूं कि हम इसे एक अवसर की शुरुआत होने के रूप में देखे।’

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