Japanese invasion: हाल ही में, मार्कस डेरेट्स नामक एक फ्रांसीसी युवक ने शांगहाई में जापानी आक्रमणकारियों द्वारा किए गए अत्याचारों को दर्ज करने वाली 622 तस्वीरें चीन को निःशुल्क दान करने की योजना बनाई, जिसने बड़ा ध्यान आकर्षित किया है।
पेइचिंग समय पर 20 फरवरी को, शांगहाई के बाओशान जिले के सूचना कार्यालय ने चाइना मीडिया ग्रुप (सीएमजी) के संवाददाताओं को बताया कि वर्तमान में, शांगहाई सोंगहु एंटी-जापानी युद्ध स्मारक संग्रहालय को संबंधित तस्वीरें प्राप्त हो गई हैं। बाद में, चीन के संबंधित राष्ट्रीय विभागों के मार्गदर्शन में इन तस्वीरों का मूल्यांकन किया जाएगा।
पिछली सार्वजनिक रिपोर्टों के अनुसार, वर्ष 2021 में, अपने नाना के गैराज की सफाई करते समय, मार्कस डेरेट्स को एक वाटरप्रूफ बैग में रखा एक फोटो एल्बम मिला। इस फोटो एल्बम में कई पुरानी तस्वीरें शामिल हैं, जिनमें से कुछ पर खून के धब्बे भी हैं। मार्कस डेरेट्स को 170 प्रासंगिक तस्वीरों का पहला बैच मिला। इसके बाद की साफ-सफाई में उन्हें कुल 622 संबंधित तस्वीरें मिलीं।
मार्कस डेरेट्स ने कहा कि ये तस्वीरें उनके नाना रोजर पियरे लॉरेंस ने 1930 के दशक में शांगहाई में ली थीं। मार्कस ने कहा कि उस समय लॉरेंस शांगहाई में फ्रेंच कंसेशन क्षेत्र में बागान पर्यवेक्षक के रूप में काम कर रहे थे। उन्होंने अपने कैमरे का इस्तेमाल करते हुए जापानी सेना के अत्याचारों को रिकॉर्ड किया, जिसमें जापानी सेना द्वारा शांगहाई पर बमबारी और चीनी नागरिकों का नरसंहार आदि अत्याचार शामिल हैं। इनमें से ज़्यादातर तस्वीरों के पीछे हाथ से लिखे नोट मौजूद हैं।
(साभार – चाइना मीडिया ग्रुप, पेइचिंग)