आर्मेनिया ने अजरबैजान को दिया गैर आक्रामक संधि का प्रस्ताव

येरेवन: आर्मेनिया के प्रधानमंत्री निकोल पशिनियन ने कहा है कि अगर पार्टियों के बीच शांति संधि पर हस्ताक्षर करने की प्रक्रिया आगे बढ़ती है, तो अजरबैजान और आर्मेनिया एक गैर-आक्रामकता संधि करेंगे। श्री पशिनयान ने कहा, “हमने अजरबैजान को सीमा के विसैन्यीकरण, आपसी हथियार नियंत्रण के लिए एक तंत्र और एक गैर-आक्रामकता संधि पर हस्ताक्षर.

येरेवन: आर्मेनिया के प्रधानमंत्री निकोल पशिनियन ने कहा है कि अगर पार्टियों के बीच शांति संधि पर हस्ताक्षर करने की प्रक्रिया आगे बढ़ती है, तो अजरबैजान और आर्मेनिया एक गैर-आक्रामकता संधि करेंगे। श्री पशिनयान ने कहा, “हमने अजरबैजान को सीमा के विसैन्यीकरण, आपसी हथियार नियंत्रण के लिए एक तंत्र और एक गैर-आक्रामकता संधि पर हस्ताक्षर करने का प्रस्ताव दिया, लेकिन शांति संधि पर हस्ताक्षर करने में अपेक्षा से अधिक समय लगेगा।”

उन्होंने कहा कि आर्मेनिया का अपने संप्रभु क्षेत्र के अलावा किसी भी क्षेत्र पर कोई दावा नहीं है और किसी का भी आर्मेनिया के क्षेत्र पर कोई दावा नहीं हो सकता है। गौरतलब है कि आर्मेनिया और अजरबैजान ने रूस, यूरोपीय संघ और अमेरिका की मध्यस्थता से 2022 में भविष्य की शांति संधि पर चर्चा शुरू की है। श्री पशिनियन और अज़रबैजानी राष्ट्रपति इल्हाम अलीयेव ने कहा है कि शांति संधि पर 2023 के अंत तक हस्ताक्षर किए जा सकते हैं, लेकिन अभी तक कोई अंतिम समझौता नहीं हुआ है।

उल्लेखनीय है कि सितंबर 2023 में अज़रबैजान ने नागोर्नो-काराबाख के अलग हुए क्षेत्र पर नियंत्रण कर लिया था, जो मुख्य रूप से अर्मेनियाई लोगों की आबादी वाला क्षेत्र है। एक तीव्र हमले के कारण इस क्षेत्र के लगभग सभी निवासी आर्मेनिया में भागने के लिए मजबूर हो गए थे।

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