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action or later. Please see Debugging in WordPress for more information. (This message was added in version 6.7.0.) in /var/www/dainiksaveratimescom/wp-includes/functions.php on line 6114नाछ्यु शहर तिब्बत स्वायत्त प्रदेश के उत्तरी भाग में और छिंगहाई तिब्बत पठार के भीतरी इलाकों में स्थित है। चीन में समुद्र सतह से सबसे ऊँचाई वाले शहर के रूप में नाछ्यु शहर की औसत ऊंचाई 4500 मीटर से अधिक है। इस शहर का वार्षिक औसत तापमान माइनस 0.9 डिग्री सेल्सियस और माइनस 3.3 डिग्री सेल्सियस के बीच है, यह चीन में सबसे खराब प्राकृतिक परिस्थितियों वाले क्षेत्रों में से एक है।साल 2011 में, नाछ्यु शहर ने विभिन्न स्कूलों में “काँच गर्म गलियारा परियोजना“ को लागू करना शुरू किया, अब तक 117 स्कूलों में इस परियोजना का कार्यान्वयन किया जा चुका है, जिनका कुल क्षेत्रफल 54,261 वर्ग मीटर है। वर्तमान में नाछ्यु शहर में 139 स्कूलों में केंद्रीय हीटिंग को लागू किया जाता है, जिनका कुल क्षेत्रफल 8.485 लाख वर्ग मीटर है, इससे 83.7 हज़ार विद्यार्थियों को लाभ मिला है।
नाछ्यु शहर की पान-ग काउंटी में च्याछोंग कस्बा प्राइमरी स्कूल समुद्र सतह से 4700 मीटर से अधिक ऊंचाई पर स्थित है। साल 2016 में इस स्कूल में “गर्म गलियारा परियोजना” का निर्माण पूरा किया गया, जिसे “पुस्तक सुगंधित गर्म गलियारा” और “आरामदायक गर्म गलियारा” दोनों में विभाजित किया जाता है। “पुस्तक सुगंधित गर्म गलियारा” का क्षेत्रफल 880 वर्ग मीटर है, जिसमें क्लासरूम, ऑफिस, पार्टी बिल्डिंग रूम, कॉन्फ्रेंस रूम, स्पोर्ट्स इक्विपमेंट रूम, कैलीग्राफी रूम और इलेक्ट्रॉनिक क्लासरूम आदि शामिल हैं। वहीं, “आरामदायक गर्म गलियारा” का क्षेत्रफल 1020 वर्ग मीटर है, जिसमें शयनगृह, स्नानागार, कपड़े धोने का कमरा, नाई का कमरा और चिकित्सा कार्यालय शामिल हैं। “अतीत में बच्चों को कक्षा में भारी और भद्दे कपड़े पहनने पड़ते थे। ठंड इतनी थी कि बाहरी गतिविधियाँ चलाना असंभव था,” च्याछोंग कस्बा प्राइमरी स्कील की प्रधानाचार्य पाईमा वांगमू ने यह बात कही। उन्होंने कहा कि गर्म गलियारा निर्मित किए जाने के बाद साल भर चार ऋतुओं में तापमान की गारंटी है। स्कूल में छात्र कम ऊंचाई वाले अन्य इलाकों में बच्चों की तरह स्कर्ट और कम बाजू के कपड़े पहनते हुए गा सकते हैं और नृत्य कर सकते हैं। यहां तक कि सर्दियों में विद्यार्थी गर्म गलियारे में रेडियो जिम्नास्टिक और कविता पाठ जैसी गतिविधियों का आनंद भी ले सकते हैं।
स्कूल हार्डवेयर सुविधाओं में सुधार करने के साथ-साथ नाछ्यु शहर “शिक्षा + इंटरनेट” कार्य को भी जोर-शोर से बढ़ावा दे रहा है। पूरे शहर में 11 काउंटियों के शिक्षा विभागों, 457 प्राइमरी और माध्यमिक स्कूलों (किंडरगार्टन सहित) की ब्रॉडबैंड एक्सेस दर 100 प्रतिशत तक पहुंच गई। अधिकांश स्कूलों में इलेक्ट्रॉनिक व्हाइटबोर्ड शिक्षा की सुविधा उपलब्ध हैं। इसके साथ ही, भीतरी इलाके द्वारा तिब्बत की सहायता जैसे प्लेटफॉर्म की मदद से नाछ्यु शहर के स्कूल तिब्बत स्वायत्त प्रदेश के बाहर के स्कूलों के साथ उच्च गुणवत्ता वाले शिक्षण संसाधनों को साझा करते हैं, जिससे बुद्धिमान युग में नाछ्यु शहर के शिक्षा की नई यात्रा शुरू हुई। “जब मैं छोटा था, तम्बू में कक्षा लेना था, और ब्लैकबोर्ड एक लकड़ी का बोर्ड था। शिक्षक पहले लकड़ी के बोर्ड पर तेल मलते थे, फिर उस पर गाय–गोबर की राख छिड़कते थे, और उस पर बांस से बनी कलम से लिखते थे,” अपने प्राइमरी स्कूल जीवन की याद करते हुए नाछ्यु शहर की श्वांगहू काउंटी में जन राजनीतिक सलाहकार सम्मेलन के पूर्व अध्यक्ष आ कंग ने भाव-विभोर होकर यह बात कही।
अब, उत्तरी तिब्बत के चरागाह क्षेत्र में तम्बू वाला स्कूल और हॉर्सबैक स्कूल लंबे समय से अतीत की बात बन गए हैं। आधुनिक वातावरण से भरा कैंपस घास के मैदान पर प्रतीकात्मक इमारत बन गया है। “तम्बू स्कूल” से विज्ञान व प्रौद्योगिकी स्कूल भवन तक, यह तिब्बत के चरागाह क्षेत्र में शिक्षा में आए बड़े परिवर्तन का साक्षी बन गया है, जो बर्फीले पठार पर स्कूल चलाने का चमत्कार लिख रहा है।
(साभार- चाइना मीडिया ग्रुप, पेइचिंग)