2 मार्च को चीनी विदेश मंत्री छिन कांग ने नई दिल्ली में भारतीय विदेश मंत्री एस जयशंकर से भेंट की । छिन कांग ने कहा कि निकट बड़े पड़ोसी और मुख्य नवोदित अर्थव्यवस्था के नाते चीन और भारत के समान हित मतभेदों से काफी अधिक है ।चीन और भारत का विकास व पुनरुत्थान विकासशील देशों की शक्ति का संवर्द्धन है ,जो विश्व के एक तिहाई लोगों की किस्मत बदलेगा और एशिया व विश्व के भविष्य से जुड़ा है ।दोनों पक्षों को आधुनिकीकरण के रास्ते पर एक साथ चलना चाहिए और सीमा मुद्दे को द्विपक्षीय संबंधों के उचित स्थान पर रखना चाहिए ।चीनी पक्ष भारत के साथ विभिन्न क्षेत्रों के सहयोग व आवाजाही की यथाशीघ्र ही बहाली करने को तैयार है ।
छिन कांग ने कहा कि चीन भारत का जी20 ग्रुप के अध्यक्ष देश के कर्तव्य निभाने का समर्थन करता है और संपर्क मजबूत कर व्यापक विकासशील देशों के समान हितों तथा अंतरराष्ट्रीय न्याय व निष्पक्षता की सुरक्षा करना चाहता है ताकि वैश्विक स्तर पर सकारात्मक ऊर्जा का संचार हो। एस जयशंकर ने कहा कि पुरानी सभ्यता वाले महान देश के नाते चीन और भारत अहम साझेदार हैं ।आर्थिक व व्यापारिक सहयोग तथा सांस्कृतिक आदान प्रदान समेत कई क्षेत्रों में सकारात्मक उपलब्धियां हासिल हुई हैं ।भारत इस पर सहमत है कि हमें ऐतिहासिक और रणनीतिक दृष्टि से द्विपक्षीय संबंध देखना और सुधारना चाहिए ।वर्तमान में दोनों देशें के सीमांत क्षेत्र की स्थिति स्थिर हो रही है ।जी20 ग्रुप के अध्यक्ष देश के नाते भारत चीन के समर्थन के प्रति आभार व्यक्त करता है और बहुपक्षीय मामलों में संपर्क बनाए रखना चाहता है ।(साभार—चाइना मीडिया ग्रुप ,पेइचिंग)