पारंपरिक संस्कृति का प्रचार करने और जातीय संस्कृति व पर्यटन उद्योग का मिश्रित विकास बढ़ाने के लिए चीन के युन्नान प्रांत के लीच्यांग शहर का कुछंग जिला 14 से 18 जनवरी तक पहला गैरभौतिक सांस्कृतिक विरासत सप्ताह कार्यक्रम आयोजित करेगा। इस दौरान सांस्कृतिक प्रदर्शन, पारंपरिक शादी के रीति-रिवाज, परंपरागत खाद्य संस्कृति, वस्त्र शो और गैरभौतिक सांस्कृतिक विरासत फोटोग्राफी प्रदर्शनी आदि के कार्यक्रमों का आयोजन होगा। इसका उद्देश्य यह है कि आम लोग गैरभौतिक सांस्कृतिक विरासत का आकर्षण महसूस कर सकें।
चीन गैरभौतिक सांस्कृतिक विरासत के संरक्षण और विकास पर ध्यान देता है और सक्रियता से गैरभौतिक सांस्कृतिक विरासत की सुरक्षा के लिए कन्वेंशन का प्रचार करता है। पारंपरिक संगीत, नृत्य, नाटक और कलाबाजी से सुलेख, लकड़ी की नक्काशी, चीनी मिट्टी के बरतन और कढ़ाई तक अद्भुत प्रदर्शन, कौशल और उत्पाद चीनी गैरभौतिक सांस्कृतिक विरासत का विशेष आकर्षण और अंतहीन रचनात्मकता दिखाते हैं।
चीनी राष्ट्रपति शी चिनफिंग गैरभौतिक सांस्कृतिक विरासत के संरक्षण और विकास पर बड़ा ध्यान देते हैं। उन्होंने कहा कि गैरभौतिक सांस्कृतिक विरासतों की रक्षा करनी चाहिए, ताकि नागरिकों की बढ़ती आध्यात्मिक और सांस्कृतिक जरूरतें पूरी हो सके और सांस्कृतिक आत्म विश्वास बढ़ सके। श्रेष्ठ चीनी संस्कृति का विकास बढ़ाने के साथ दुनिया में चीनी संस्कृति का प्रचार करना चाहिए।
पिछले साल 29 नवंबर को चीनी चाय बनाने के पारंपरिक कौशल और संबंधित रीति-रिवाज को यूनेस्को की गैरभौतिक सांस्कृतिक विरासत की सूची में शामिल किया गया। अब चीन की 43 गैरभौतिक सांस्कृतिक विरासतें यूनेस्को की सूची में शामिल हैं, जो दुनिया में पहले स्थान पर हैं। अब तक चीन में 1,557 से अधिक राष्ट्र स्तरीय गैरभौतिक सांस्कृतिक विरासत हैं और राष्ट्र स्तरीय उत्तराधिकारियों की संख्या 3,068 है। इससे समृद्ध और विशाल चीनी सभ्यता जाहिर हुई। यह चीनी सभ्यता का प्रतीक है, जिसका बड़ा महत्व है।
(साभार- चाइना मीडिया ग्रुप, पेइचिंग)