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action or later. Please see Debugging in WordPress for more information. (This message was added in version 6.7.0.) in /var/www/dainiksaveratimescom/wp-includes/functions.php on line 6114China News : हाल ही में भारत में चीनी राजदूत श्यू फेइहोंग ने कोलकाता मर्चेंट्स चैंबर ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्री (एमसीसीआई) के विशेष कार्यक्रम “चीन के साथ व्यापार” में भाग लिया और भाषण दिया। एमसीसीआई के अध्यक्ष अमित सरावगी, उपाध्यक्ष प्रीति सुरेखा, उप महासचिव एस रॉय और कोलकाता व्यापार समुदाय के 100 से अधिक प्रतिनिधियों ने इस कार्यक्रम में भाग लिया।
राजदूत श्यू फेइहोंग ने कहा कि पिछले हफ्ते, चीनी राष्ट्रपति शी चिनफिंग और भारतीय प्रधानमंत्री मोदी ने रूस के कज़ान में ब्रिक्स शिखर सम्मेलन के दौरान द्विपक्षीय बैठक की और चीन-भारत संबंधों को सुधारने और विकसित करने पर महत्वपूर्ण सहमति हासिल की, जिसने चीन-भारत संबंधों के स्थिर विकास की दिशा में लौटने के लिए मार्ग प्रशस्त किया। दोनों पक्ष संचार और सहयोग को मजबूत करने, रणनीतिक आपसी विश्वास को बढ़ाने और द्विपक्षीय संबंधों को जल्द से जल्द स्थिर विकास की राह पर वापस लाने, संयुक्त रूप से सीमावर्ती क्षेत्रों में शांति बनाए रखने और विकासशील देशों के सामान्य हितों की रक्षा करने पर सहमत हुए।
राजदूत श्यू ने बताया कि वर्तमान में चीन और भारत दोनों अपने-अपने देशों के आधुनिकीकरण निर्माण के महत्वपूर्ण दौर में हैं, और विकास चीन और भारत के बीच सबसे बड़ा “सामान्य विभाजक” है। नए शुरुआती बिंदु पर खड़े होकर, चीन-भारत संबंध नए विकास के अवसरों का सामना कर रहे हैं। हम चीन और भारत के बीच घनिष्ठ आर्थिक और व्यापारिक आदान-प्रदान, उद्यम सहयोग और सांस्कृतिक आदान-प्रदान की आशा करते हैं। चीन न केवल दुनिया की “बड़ी फ़ैक्टरी” है बल्कि दुनिया का “बड़ा बाज़ार” भी है। हम अधिक उच्च गुणवत्ता वाले भारतीय उत्पादों के चीन को निर्यात और चीन के विकास के लाभांश को साझा करने का स्वागत करते हैं। चीन और भारत के उद्योग अत्यधिक पूरक हैं। भारतीय कंपनियां “चीन में निवेश” करके “मेड इन इंडिया” को बढ़ा सकती हैं। आशा है कि भारत और चीन एक-दूसरे से मिलेंगे, दोनों पक्षों के बीच आर्थिक और व्यापार आदान-प्रदान के लिए अनुकूल अधिक उपाय करेंगे, और चीन-भारत द्विपक्षीय आर्थिक और व्यापार सहयोग को नई ऊंचाइयों तक बढ़ाएंगे।
एमसीसीआई के अध्यक्ष अमित सरावगी ने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी ने कुछ दिन पहले राष्ट्रपति शी चिनफिंग के साथ सफलतापूर्वक द्विपक्षीय बैठक की, जो काफी महत्वपूर्ण है। भारत और चीन एशिया की सबसे बड़ी और सबसे गतिशील अर्थव्यवस्थाएं हैं। दोनों पक्षों को विनिर्माण, कपड़ा उद्योग, प्रौद्योगिकी, जैव प्रौद्योगिकी, कृषि और अन्य क्षेत्रों में सहयोग को और मजबूत करना चाहिए।
(साभार—चाइना मीडिया ग्रुप ,पेइचिंग)