Chinese Consumer Confidence : हाल ही में जर्मनी के सबसे बड़े वाणिज्य बैंक ड्यूश बैंक ने चीनी उपभोग बाजार के प्रति एक रिपोर्ट जारी कर कहा कि चीनी उपभोक्ताओं का विश्वास बढ़ रहा है। पिछले साल की तुलना में स्थिति का सुधार महसूस करने वाले चीनी उपभोक्ताओं की संख्या में बढ़ोतरी नजर आ रही है। 52 प्रतिशत उत्तरदाताओं ने कहा कि वे खर्च बढ़ाने को तैयार हैं, जिसका अनुपात इधर कुछ महीने से सबसे ऊँचा है। चीन सरकार द्वारा जारी आंकड़ों ने यह भी साबित किया है कि इस साल के पहले दो महीनों में चीनी सामाजिक उपभोक्ता वस्तुओं की खुदरा बिक्री 83 खरब 73 अरब 10 करोड़ युवान दर्ज हुई,जो अपेक्षा से अधिक है।
चीनी पीपुल्स विश्वविद्यालय के अर्थशास्त्री प्रोफेसर वांग सुन ने सीएमजी के संवाददाता को बताया कि एक तरफ पिछले साल चीन की समग्र आर्थिक स्थिति स्थिर होकर अच्छी हो रही है और नागरिकों की आय बढ़ रही है, जिसने उपभोग की वृद्धि के लिए आय का आधार प्रदान किया है। दूसरी तरफ यह चीन सरकार की श्रृंखलात्मक समर्थक नीतियों से अलग नहीं हो सकती।
चीनी उपभोक्ताओं के विश्वास की वृद्धि चीन में स्थित विदेशी उद्यमों के लिए एक खुशखबरी है। जापान की सोनी कंपनी की चीन में फ्रिज और वाशिंगमशीन की बिक्री पिछले साल की समान अवधि से अलग-अलग तौर पर 60 प्रतिशत और 80 प्रतिशत बढ़ी।
मैकिन्से एंड कंपनी का अनुमान है कि वर्ष 2030 तक चीनी शहरों के नागरिक विश्व की 91 प्रतिशत उपभोग-वृद्धि बढ़ाएंगे। वैश्विक शहरी उपभोग में चीन के 700 शहरों का योगदान 30 प्रतिशत होगा।
अब सिलसिलेवार विदेशी पूंजी वाली परियोजनाएं चीन में लागू हो रही हैं, जिनका निवेश 33 अरब अमेरिकी डॉलर होगा। टेस्ला और लेक्सास आदि बहुराष्ट्रीय कार कंपनियों ने चीनी बाजार का विस्तार करने की घोषणा की है। मेक्डोनॉल्ड की वर्तमान वर्ष में चीन में 1000 नये रेस्टोरेंट खोलने की योजना है। सबवे को भविष्य में हर साल 300 से 500 नये रेस्टोरेंट खोलने की योजना है। इससे जाहिर है कि चीनी उपभोग बाजार विदेशी पूंजी के लिए आकर्षक है।
(साभार—चाइना मीडिया ग्रुप ,पेइचिंग)