9 अगस्त को एक रिपोर्टर के सवाल का जवाब देते हुए, चीनी विदेश मंत्रालय की प्रवक्ता माओ निंग ने कहा कि हमें उम्मीद है कि सभी पक्ष “ओलंपिक चार्टर” के प्रावधानों का पालन करेंगे, खेल की शुद्धता का सम्मान करेंगे। चीन थाइवान मुद्दे को उठाकर ओलंपिक आयोजन में हस्तक्षेप करने वाले व्यक्तियों का दृढ़ता से विरोध करता है।
माओ निंग ने बताया कि दुनिया में केवल एक चीन है और थाइवान चीन के क्षेत्र का एक अभिन्न अंग है। ओलंपिक खेलों में “चीनी ताइपे” की भागीदारी के सम्बंध में, अंतर्राष्ट्रीय ओलंपिक समिति ने एक-चीन सिद्धांत पर आधारित स्पष्ट नियम बनाए हैं, जिनका आमतौर पर अंतर्राष्ट्रीय खेल समुदाय द्वारा पालन किया जाता है। ओलंपिक चार्टर में ओलंपिक स्थलों पर राजनीतिक प्रचार और अभिव्यक्ति पर भी स्पष्ट और सुसंगत प्रावधान हैं।
माओ निंग ने इस बात पर जोर दिया कि ओलंपिक खेलों का मिशन अंतर्राष्ट्रीय शांति और एकता को बढ़ावा देना है और ओलंपिक खेलों का फोकस एथलीटों के प्रदर्शन पर होना चाहिए।
(साभार- चाइना मीडिया ग्रुप, पेइचिंग)