22 नवंबर को जी-20 नेताओं का वीडियो शिखर सम्मेलन आयोजित हुआ। भारतीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इस सम्मेलन की अध्यक्षता की। चीनी प्रधानमंत्री ली छ्यांग ने वीडियो सम्मेलन में भाग लिया और भाषण दिया। उन्होंने कहा कि विश्व आर्थिक बहाली की वर्तमान राह अभी भी कठिन है। जी-20 के सदस्य सभी वैश्विक और क्षेत्रीय महा शक्तियां हैं। उन्हें प्रमुख देशों की जिम्मेदारी को प्रतिबिंबित करना चाहिए और अनुकरणीय भूमिका निभानी चाहिए। हमें विकास को प्राथमिकता देना जारी रखना चाहिए, विकास सहयोग को प्रमुख स्थान पर रखना चाहिए, और विश्व अर्थव्यवस्था के मजबूत, सतत, संतुलित और समावेशी विकास की प्राप्ति में तेजी लानी चाहिए। अधिक व्यावहारिक उपाय अपनाकर नई दिल्ली शिखर सम्मेलन में बनी सहमति को लागू करके व्यावहारिक परिणाम प्राप्त करना जारी रखना चाहिए। इसके साथ ही, हमें अधिक निकटता से समन्वय करने, बहुपक्षवाद को पुनर्जीवित करने, मैक्रो-नीति सहयोग को मजबूत करने और बहुपक्षीय संस्थानों के सुधार में विकासशील देशों की चिंताओं का अधिक ध्यान रखने की आवश्यकता है।
चीनी प्रधानमंत्री ने बल देते हुए कहा कि चीन सभी पक्षों के साथ खुलेपन और समावेशिता में हाथ मिलाकर प्रयास करना चाहता है, ताकि विश्व आर्थिक बहाली और वैश्विक विकास व समृद्धि में अधिक योगदान दे सके।
मौजूदा वीडियो शिखर सम्मेलन में शामिल नेताओं ने कहा कि आज की दुनिया कई चुनौतियों का सामना कर रही है। जी-20 सदस्यों को एकता और सहयोग की भावना प्रदर्शित करते हुए कार्य-उन्मुख दृष्टिकोण का पालन करते हुए बहुपक्षवाद का अभ्यास करना चाहिए। जलवायु परिवर्तन, डिजिटल अर्थव्यवस्था, हरित विकास, कृत्रिम बुद्धिमत्ता और अन्य क्षेत्रों में सहयोग को गहरा करना चाहिए। वैश्विक आर्थिक शासन प्रणाली के सुधार को बढ़ावा देना चाहिए। विकासशील देशों को समर्थन और सहायता मजबूत करनी चाहिए, और मजबूत, समावेशी एवं सतत विकास हासिल करना चाहिए।
(साभार- चाइना मीडिया ग्रुप, पेइचिंग)