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चीनी प्रतिनिधि ने कांगो (किंशासा) में तनाव बढ़ाने वाली कार्रवाइयों से बचने का आह्वान किया 

संयुक्त राष्ट्र में स्थित चीन के स्थायी प्रतिनिधि फू छोंग ने 21 फ़रवरी को सुरक्षा परिषद द्वारा कांगो (किंशासा) पर मसौदा प्रस्ताव पर मतदान के बाद अपने व्याख्यात्मक भाषण में कहा कि वर्तमान में पूर्वी कांगो (किंशासा) में स्थिति लगातार बिगड़ती जा रही है। चीन को आशा है कि सभी पक्ष अंतर्राष्ट्रीय समुदाय और सुरक्षा.

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संयुक्त राष्ट्र में स्थित चीन के स्थायी प्रतिनिधि फू छोंग ने 21 फ़रवरी को सुरक्षा परिषद द्वारा कांगो (किंशासा) पर मसौदा प्रस्ताव पर मतदान के बाद अपने व्याख्यात्मक भाषण में कहा कि वर्तमान में पूर्वी कांगो (किंशासा) में स्थिति लगातार बिगड़ती जा रही है। चीन को आशा है कि सभी पक्ष अंतर्राष्ट्रीय समुदाय और सुरक्षा परिषद के आह्वान पर प्रतिक्रिया देंगे, सभी शत्रुतापूर्ण कार्रवाइयों को तुरंत रोकेंगे और ऐसी कोई भी कार्रवाई करने से बचेंगे जिससे तनाव बढ़े और संघर्ष तीव्र हो।

फू छोंग के अनुसार इस बार पूर्वी कांगो (किंशासा) में स्थिति बिगड़ने के बाद से संघर्ष कई सप्ताह से जारी है और अंतर्राष्ट्रीय समुदाय इस पर बड़ा ध्यान दे रहा है। गोमा पर कब्जा करने के बाद, एम23 मूवमेंट ने अंतर्राष्ट्रीय समुदाय और क्षेत्रीय देशों के युद्ध विराम के आह्वान को नजरअंदाज कर दिया, अपनी एकतरफा युद्ध विराम प्रतिबद्धता का उल्लंघन किया, तथा बुकावु और अन्य स्थानों पर कब्जा करने के लिए सेना भेजने पर जोर दिया। इससे पूर्वी कांगो (किंशासा) में स्थिति और बिगड़ गई है तथा पूरे क्षेत्र में बड़े पैमाने पर संघर्ष छिड़ने का खतरा बढ़ गया है। सुरक्षा परिषद ने एक प्रस्ताव पारित कर मांग की है कि एम23 मूवमेंट तुरन्त शत्रुता समाप्त कर दे तथा कब्जे वाले क्षेत्रों से हट जाए। यह युद्ध विराम और युद्ध की समाप्ति के लिए अंतर्राष्ट्रीय समुदाय और क्षेत्रीय देशों की अपेक्षाओं के अनुरूप है, और यह सुरक्षा परिषद की जिम्मेदारी भी है। इसलिए चीन ने मसौदा प्रस्ताव के पक्ष में मतदान किया।

(साभार- चाइना मीडिया ग्रुप, पेइचिंग)

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