हाल ही में मलेशिया के प्रधानमंत्री अनवर इब्राहिम ने प्रधानमंत्री बनने के बाद पहली बार चीन का दौरा किया। इस दौरान उन्होंने चाइना मीडिया ग्रुप को दिये विशेष साक्षात्कार में कहा कि यात्रा के दौरान, उनकी चीनी राष्ट्रपति शी चिनफिंग के साथ उपयोगी वार्ता हुई। पदभार ग्रहण करने के बाद चार महीने में वे गरीबी उन्मूलन के लिए प्रतिबद्ध रहे हैं और चीन ने गरीबी उन्मूलन में अभूतपूर्व सफलता हासिल की है। उन्हें चीन के गरीबी उन्मूलन संबंधी अनुभव से लाभ हासिल करने की उम्मीद है।
चीन 2009 से मलेशिया का सबसे बड़ा व्यापारिक साझेदार रहा है। अनवर ने कहा कि चीन एक आधुनिक अर्थव्यवस्था में बदलने के साथ-साथ गरीबी उन्मूलन और कृत्रिम बुद्धिमत्ता, दूरसंचार, सेमीकंडक्टर जैसी नई तकनीकों का विकास कर रहा है। हालांकि मलेशिया में सेमीकंडक्टर उद्योग छोटा है, हमने अपेक्षाकृत जल्दी काम शुरू किया, लेकिन चीन आकार में मलेशिया से तीन गुना बड़ा है। चीन की बुनियादी सुविधा का निर्माण अद्भुत है, और दुनिया का कोई अन्य देश ऐसा नहीं कर सकता है।
अनवर ने कहा कि चीन मलेशिया का महत्वपूर्ण पड़ोसी, प्रमुख व्यापारिक साझेदार और निवेश का स्रोत देश है। दोनों देशों के बीच दोस्ती का लंबा इतिहास रहा है, और द्विपक्षीय संबंधों का विकास हमेशा क्षेत्रीय देशों में सबसे आगे रहा है। इस वर्ष “बेल्ट एंड रोड” पहल की 10वीं वर्षगांठ है। “बेल्ट एंड रोड” पहल का जवाब देने वाले पहले देशों में से एक के रूप में, मलेशिया ने “बेल्ट एंड रोड” के सहनिर्माण की प्रक्रिया में उपयोगी परिणाम प्राप्त किए हैं। हाल के वर्षों में, चीन-मलेशिया द्विपक्षीय व्यापार का बड़ा विकास हुआ। और चीन लगातार 14 वर्षों तक मलेशिया का सबसे बड़ा व्यापारिक साझेदार रहा है।
अनवर ने कहा कि मलेशिया लंबे समय तक अमेरिका, यूरोप, ऑस्ट्रेलिया और भारत के साथ संबंध बनाए रखे है। लेकिन पिछले कुछ दशकों से चीन मलेशिया का अहम पड़ोसी बना हुआ है। चीन हमेशा बहुत स्पष्टवादी रहा है, और सक्रिय रूप से संवाद करता है। यहां तक कि दक्षिण चीन सागर जैसे कुछ विवादास्पद मुद्दों पर भी चीन ने आक्रामक, अहंकारी और कठोर रवैया नहीं दिखाया, बल्कि हमारे साथ बातचीत जारी रखने का प्रस्ताव रखा। मलेशिया स्वतंत्र नीति का पालन करता है, और हमारे लिए सबसे अच्छा तरीका है पड़ोसियों के साथ अच्छे संबंध बनाए रखें।
(साभार—चाइना मीडिया ग्रुप ,पेइचिंग)