इस जुलाई में वर्ष 2024 अंतर्राष्ट्रीय बुनियादी विज्ञान महासभा चीन के छिंगहाई विश्वविद्यालय में आयोजित हुई। देश-विदेश के 800 से अधिक अध्ययनकर्ता इस में उपस्थित हुए, जिनमें नोबेल अर्थशास्त्र पुरस्कार विजेता एरिक मस्किन शामिल हैं। इस दौरान उन्होंने चाइना मीडिया ग्रुप (सीएमजी) के साथ एक विशेष बातचीत की। उन्होंने कहा कि चीन के वैदेशिक खुलेपन और विश्व अर्थव्यवस्था तथा अंतर्राष्ट्रीय विज्ञान जगत का एक सदस्य होने से चीन के परिवर्तन को बढ़ावा मिला है। चीन 40 साल के पहले एक गरीब देश से वर्तमान में एक समृद्ध और तेजी से विकसित हो रहा आर्थिक समुदाय बन गया।
उन्होंने कहा कि चालीस वर्षों में चीन ने हैरानी वाली प्रगति प्राप्त की। चीन की सफलता के कई कारण हैं। सबसे पहले, चीन बाजार अर्थव्यस्था लागू करता है। बाजार की शक्ति ने चीन के आर्थिक विकास में महत्वपूर्ण भूमिका निभायी है। बाजार अर्थव्यवस्था के अलावा वैदेशिक खुलापन चीन द्वारा सही दिशा में उठाया गया अहम कदम है। खुलापन और अंतरराष्ट्रीय बाजार का अच्छा प्रयोग चीन का बहुत महत्वपूर्ण अनुभव है। इसके अलावा चीन सरकार का संगठनात्मक ढांचा विशेषकर सफल रहा। चीन के विभिन्न प्रांतों की विभिन्न आर्थिक विशेषताएं होती हैं और पारस्परिक स्पर्द्धा से आर्थिक कुशलता उन्नत की गयी है।
उन्होंने कहा कि चीन के लिए पूंजी व संसाधन नयी तकनीकों में लगाना बड़ा महत्व रखता है। उदाहरण के लिए चीन इलेक्ट्रिक वाहन उत्पादन में नायक बन गया है। यह जायज़ है। इस क्षेत्र में चीन का पूंजी लगाना विवेकतापूर्ण है, क्योंकि विश्व को इलेक्ट्रिक वाहनों की जरूरत है। बातचीत में उन्होंने उम्मीद जतायी कि विभिन्न देश सहयोग, खुलेपन व शेयर पर कायम रहकर एक साथ युग की प्रगति बढ़ाएंगे।
(साभार—चाइना मीडिया ग्रुप ,पेइचिंग)