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“चीन आना” तमाम विदेशी उद्यमों का चुनाव बन रहा है

चीनी वाणिज्य मंत्रालय द्वारा जारी ताजा आंकड़ों के अनुसार पहली तिमाही में चीन ने कुल 4 खरब 8 अरब 45 करोड़ युआन विदेशी पूंजी का वास्तविक प्रयोग किया ,जो पिछले साल की समान अवधि से 4.9 प्रतिशत ज्यादा है। देश में नये विदेशी पूंजी वाले उद्यमों की संख्या 10 हजार से अधिक है ,जो पिछले साल की समान अवधि से 25.5 प्रतिशत अधिक है ।“चीन आना”अधिक से अधिक विदेशी उद्यमों का चुनाव बन  रहा है ।

उल्लेखनीय बात है कि पहली तिमाही में चीन के हाई टेक उद्योग में 1 खरब 56 अरब 71 करोड़ युआन की विदेशी पूंजी का प्रयोग किया गया ,जो पिछले साल के इस अवधि से 18 प्रतिशत ज्यादा है ।इससे जाहिर है कि चीन को उच्च गुणवत्ता वाली विदेशी पूंजी के आकर्षण में अपना विशेष लाभ है ।अगर विदेशी उद्यम हाई टेक और उच्च अतिरिक्त मूल्य वाले सेक्टर में पूंजी लगाएं ,तो उन्हें चीन के गुणवत्ता वाले विकास का मौका साझा करने का अच्छा मौका मिलेगा ।

पहली तिमाही में चीन में फ्रांस और ब्रिटेन के निवेश में तेज वृद्धि दर्ज हुई ,जो पिछले साल की पहली तिमाही की तुलना में 6 गुना से अधिक हो गया है।इसके पीछे कई कारण हैं ।एक तरफ ,चीन ने कोविड महामारी की रोकथाम की नीतियों में सुधार किया और सीमा पार आवाजाही अधिक आसान हो गयी है ।दूसरी तरफ यूरोपीय देशों के नेताओं की सघन चीन-यात्रा की पृष्ठ भूमि में चीन के साथ कारोबार मजबूत करना व्यापक यूरोपीय उद्यमों का समान विचार हो चुका है ।फिलहाल जर्मन फोक्सवैगन ग्रुप ने चीन के हफेइ शहर में इलेक्ट्रिक गाड़ी विकास व अध्ययन केंद्र की स्थापना के लिए 1 अरब यूरो की पूंजी लगाने की घोषणा की । फोक्सवैगन ग्रुप के बोर्ड अध्यक्ष ओलिवर ब्लूम ने कहा कि इस साल के शुरू में चीन का दौरा करने के बाद उन्होंने चीनी उपभोक्ताओं से करीब जाने का उपाय निकाला है ।

विदेशी पूंजी के प्रति चीन विश्व में दूसरा सबसे बड़ा वस्तु उपभोग बाजार और सब से बड़ा आनलाइन रिटेल बाजार है ।निसंदेह चीनी बाजार एक बड़ा केक है ।इसके साथ चीन की विश्व के साथ यह विशाल बाजार साझा करने की सदिच्छा है ।विदेशी उद्यमों और चीनी बाजार का गहरा मिलन हो रहा है ।

(साभार—चाइना मीडिया ग्रुप ,पेइचिंग) 

 

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