चीन के छिंगहाई-शीज़ांग(तिब्बत) पठार में पर्यावरण विज्ञान ड्रिलिंग 750 मीटर की गहराई तक पहुंची

10 सितंबर को चीनी विज्ञान अकादमी के छिंगहाई-शीज़ांग(तिब्बत) पठार अनुसंधान संस्थान से मिली खबर के अनुसार छिंगहाई-शीज़ांग पठार पर चीन के दूसरे व्यापक वैज्ञानिक अभियान ने नई प्रगति हासिल की है। अकादमिशन फ़ांग श्याओमिन ने नई पीढ़ी की पर्यावरण टीम का नेतृत्व करके छिंगहाई-शीज़ांग पठार के भीतरी इलाके लुम्पोला बेसिन में एक किमी. से अधिक.

10 सितंबर को चीनी विज्ञान अकादमी के छिंगहाई-शीज़ांग(तिब्बत) पठार अनुसंधान संस्थान से मिली खबर के अनुसार छिंगहाई-शीज़ांग पठार पर चीन के दूसरे व्यापक वैज्ञानिक अभियान ने नई प्रगति हासिल की है। अकादमिशन फ़ांग श्याओमिन ने नई पीढ़ी की पर्यावरण टीम का नेतृत्व करके छिंगहाई-शीज़ांग पठार के भीतरी इलाके लुम्पोला बेसिन में एक किमी. से अधिक की ड्रिलिंग योजना शुरू की। 

वर्तमान में, ड्रिलिंग की गहराई 750 मीटर तक पहुंच गई है, जो चीन में छिंगहाई-शीज़ांग पठार पर पर्यावरण वैज्ञानिक ड्रिलिंग के लिए एक नया रिकॉर्ड स्थापित कर रही है।

गौरतलब है कि लुम्पोला बेसिन मध्य छिंगहाई-शीज़ांग पठार में स्थित है, जिसकी औसत ऊंचाई 4,600 मीटर है। छिंगहाई-शीज़ांग पठार का 5.5 करोड़ वर्ष पुराना सबसे निरंतर सेनोज़ोइक स्तर यहां जमा किया गया है। यह चीन में छिंगहाई-शीज़ांग पठार के मध्य भाग में पहला तेल उत्पादक बेसिन है। यहां मध्य छिंगहाई-शीज़ांग पठार के उत्थान, जलवायु और पारिस्थितिक पर्यावरण परिवर्तनों के इतिहास का एक विस्तृत रिकॉर्ड है। लुम्पोला बेसिन छिंगहाई-शीज़ांग पठार की संरचना, जलवायु, जीव विज्ञान और पारिस्थितिकी और उनके सह-विकास का अध्ययन करने के लिए सबसे महत्वपूर्ण क्षेत्रों में से एक है।

(साभार- चाइना मीडिया ग्रुप, पेइचिंग)

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