दक्षिण चीन के हाईनान प्रांत को अब सिर्फ एक खूबसूरत टूरिस्ट डेस्टिनेशन समझना पुरानी बात हो गई है। अब यह जगह बन चुकी है चीन का सबसे बड़ा फ्री ट्रेड पोर्ट यानी मुक्त व्यापार बंदरगाह। 13 अप्रैल, 2018 को चीन की केंद्र सरकार ने हाईनान को एक पायलट फ़्री ट्रेड ज़ोन के तौर पर डेवेलप करने का फैसला लिया और इसके बाद से यहां विकास की रफ्तार बुलेट ट्रेन जैसी हो गई।
हाईनान आइलैंड अपने जबरदस्त इन्फ्रास्ट्रक्चर के लिए भी जाना जाता है। यहां बना हाईनान आइलैंड सर्कुलर हाई-स्पीड रेलवे दुनिया का पहला ऐसा हाई-स्पीड रेल नेटवर्क है जो पूरे आईलेंड को कवर करता है। 653 किलोमीटर लंबी ये रेलवे लाइन हाईनान के दो बड़े शहरों – उत्तर में हाईखो और दक्षिण में सान्या – को जोड़ती है। ये रेल लाइन न सिर्फ सफर को तेज़ और आसान बनाती है, बल्कि टूरिज्म और इकोनॉमी को भी जबरदस्त बूस्ट देती है।
इतना ही नहीं, हाईनान प्रांत ने साल 2023 में एक और बड़ा कदम उठाया। एक खूबसूरत, 988 किलोमीटर लंबा कोस्टल हाइवे खोल दिया गया, जो पूरे मेन आईलेंड के किनारे-किनारे घूमता है। इस हाइवे पर सफर करना अपने आप में एक टूरिस्ट एक्सपीरियंस है। रास्ते में 45 व्यू पॉइंट्स हैं जहां रुककर प्रकृति का मजा लिया जा सकता है, 25 पार्किंग एरियाज़ हैं, 66 जगहें हैं जहां गाड़ी रोककर आसपास घूमा जा सकता है और 14 जगहों पर इलेक्ट्रिक व्हीकल्स के लिए चार्जिंग स्टेशन भी लगाए गए हैं। ये हाइवे हाईनान के 12 कोस्टल शहरों, 64 छोटे कस्बों और 1,200 से ज्यादा गांवों से होकर गुजरता है यानी हर कोने को जोड़ता है।
हाईनान अब सिर्फ टूरिज़्म नहीं, बल्कि ट्रेड, इन्वेस्टमेंट और इंटरनेशनल ब्रांड्स का भी हब बनता जा रहा है। यह चीन का सबसे बड़ा स्पेशल इकनॉमिक ज़ोन भी है, और दुनिया के सामने एक नया मॉडल पेश कर रहा है कि कैसे इकोनॉमी को ओपन और फ्रेंडली बनाया जा सकता है। यहाँ सिर्फ आर्थिक तरक़्क़ी नहीं हो रही, बल्कि यह एक इको-फ़्रेंडली, ग्लोबल स्टैंडर्ड वाला उपभोग केंद्र भी बन रहा है, जो टूरिज़्म से लेकर टेक्नोलॉजी और एजुकेशन तक, हर सेक्टर में दुनिया को आकर्षित कर रहा है।
यहाँ की सबसे बड़ी खासियत है – इसकी खुली नीतियाँ। यहीं पर चीन की सबसे ज्यादा इन्वेस्टमेंट-फ्रेंडली और लिबरल पॉलिसीज़ लागू हो रही हैं। नतीजा? पिछले दो सालों में ही हाईनान में रजिस्टर्ड मार्केट कंपनियों की संख्या 6.1 लाख से बढ़कर 9.4 लाख हो गई है। सोचिए, कितनी बड़ी ग्रोथ! दुनिया की टॉप कंपनियों में शामिल 28 फॉर्च्यून 500 ब्रांड्स भी यहाँ अपना बेस बना चुके हैं। इतना ही नहीं, PwC, Deloitte, Ernst & Young, KPMG जैसे इंटरनेशनल लेवल के अकाउंटिंग फर्म्स और यूके का हैरो स्कूल जैसे एजुकेशन ब्रांड्स भी यहाँ एक्टिव हो चुके हैं।
अब बात करते हैं शॉपिंग की… क्योंकि हाईनान अब बन चुका है ड्यूटी-फ़्री शॉपिंग का गढ़। यानी टूरिस्ट यहां आकर बिंदास शॉपिंग कर सकते हैं, वो भी बिना एक्स्ट्रा टैक्स दिए। पिछले दो सालों में यहां की ड्यूटी-फ्री नीतियों ने 7 अरब युआन यानी करीब 96.2 करोड़ डॉलर की सेल्स जनरेट की है।
1 अप्रैल 2023 से यहाँ दो नई pickup methods शुरू हुईं – “Buy and Pick-up” और “Guaranteed Pick-up”। इन दोनों तरीकों ने शॉपिंग को और भी सरल और सुलभ बना दिया है। “Buy and Pick-up” ऑप्शन तो टूरिस्ट्स के लिए वरदान बन गया है। 20,000 युआन से कम की खरीद पर आप सामान वहीं से ले सकते हैं, और इसके ज़रिए लगभग 35 लाख ग्राहकों ने करीब 77 लाख आइटम खरीदे हैं, जिससे करीब 7 अरब युआन की बिक्री हुई है।
वहीं, अगर आप बड़े ब्रांड्स के शौकीन हैं और 50,000 युआन से ऊपर का सामान लेना चाहते हैं, तो “Guaranteed Pick-up” आपके लिए है। इसमें आप सामान खरीदते वक्त टैक्स के बराबर गारंटी देते हैं और फिर सामान वहीं कलेक्ट कर सकते हैं। इस ऑप्शन से अब तक 1,308 ग्राहकों ने 1,314 आइटम्स खरीदे हैं और करीब 14 करोड़ युआन की सेल्स हो चुकी है।
कुल मिलाकर, हाईनान अब सिर्फ एक टूरिस्ट स्पॉट नहीं, बल्कि एक ग्लोबल ट्रेड और उपभोग केंद्र के तौर पर अपनी पहचान बना चुका है। चाहे आप इन्वेस्टर हों, टूरिस्ट हों या शॉपिंग लवर – हाईनान सबके लिए कुछ न कुछ लेकर आया है। और सबसे बड़ी बात – यह बदलाव सिर्फ चीन के लिए नहीं, बल्कि पूरे रीजन के लिए एक नई उम्मीद की तरह है।
(अखिल पाराशर, चाइना मीडिया ग्रुप, बीजिंग)