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ग्रामीण पुनरुत्थान में कृषि मेले की अहम भूमिका - Dainik Savera Times | Hindi News Portal
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ग्रामीण पुनरुत्थान में कृषि मेले की अहम भूमिका

कृषि देश के विकास का आधार है। चीन बड़ी जनसंख्या वाला देश और कृषि प्रधान देश है। इसलिए कृषि चीन के विकास के लिए बहुत महत्वपूर्ण है। विभिन्न तरह के कृषि मेलों ने आधुनिक कृषि के विकास में नई उम्मीद और जीवन शक्ति जगाई है। आठवां सछ्वान कृषि मेला 2 से 5 दिसंबर तक छंगतू.

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कृषि देश के विकास का आधार है। चीन बड़ी जनसंख्या वाला देश और कृषि प्रधान देश है। इसलिए कृषि चीन के विकास के लिए बहुत महत्वपूर्ण है। विभिन्न तरह के कृषि मेलों ने आधुनिक कृषि के विकास में नई उम्मीद और जीवन शक्ति जगाई है। आठवां सछ्वान कृषि मेला 2 से 5 दिसंबर तक छंगतू में आयोजित हो रहा है, जो कृषि में पूंजी बढ़ाने और कृषि उत्पादों का लेन-देन करने का अहम मंच है। इस बार सछ्वान कृषि मेले के साथ छंगतू कृषि मेले का आयोजन भी होगा। विश्व की टॉप 500 कंपनियां और मशहूर चीनी कंपनियां मेले में हिस्सा लेंगी। मेले का पैमाना, उपस्थित उद्यमों की संख्या और कृषि उत्पादों की संख्या मेले के इतिहास में सबसे ज्यादा है।

विभिन्न तरह के कृषि मेले विशेष कृषि उत्पादों के बाजार में परिसंचरण, किसानों की आय में बढ़ोतरी, कृषि विकास और ग्रामीण क्षेत्रों में आर्थिक विकास में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। सर्वविदित है कि चीन एक कृषि प्रधान देश है। कृषि देश के विकास का आधार है। हजारों सालों से खेती सबसे कठिन काम रहा है और किसान मेहनत करते रहे हैं। व्यापक किसानों ने चीन के विकास में महत्वपूर्ण योगदान दिया है। किसी भी समय हमें कृषि की उपेक्षा नहीं करनी चाहिए, किसानों को नहीं भूलना चाहिए और गांव के महत्व को कम नहीं करना चाहिए। चीनी राष्ट्रपति शी चिनफिंग ने कहा था कि चीन की जनसंख्या 1.4 अरब से अधिक है। हमारे लिए कृषि का आधारभूत स्थान हमेशा कायम रहना चाहिए। हाथ में अनाज है, तो दिल शांत होता है। यह हमेशा सच्चाई है। शी चिनफिंग कृषि, गांव और किसान से जुड़े काम पर ध्यान देते हैं। इसलिए वे अकसर देश के छोटे-बड़े गांवों का निरीक्षण दौरा करते रहते हैं। खेतों में, चूल्हों के पास और पलंग पर शी चिनफिंग ने दिल से किसानों के साथ बातचीत की।

ग्रामीण क्षेत्रों का विकास बढ़ाने के लिए चीन ने वर्ष 2017 में ग्रामीण पुनरुत्थान रणनीति लागू की। ग्रामीण पुनरुत्थान रणनीति में व्यवसाय, सुयोग्य व्यक्ति, संस्कृति, पारिस्थितिकी और सरकारी संगठन का पुनरुत्थान शामिल है। इस रणनीति को लागू करने का लक्ष्य कृषि और गांव का आधुनिकीकरण साकार करना है। समग्र तौर पर ग्रामीण पुनरुत्थान बढ़ाने में मौजूद कठिनाई गरीबी उन्मूलन से कम नहीं होती। हाल के वर्षों में जब तक शी चिनफिंग देश के किसी क्षेत्र का दौरा करते हैं, उनका ध्यान जरूर ग्रामीण पुनरुत्थान पर जाता है। ऐसे में ग्रामीण पुनरुत्थान में बड़ी प्रगति हासिल हुई। पिछले पांच सालों में ग्रामीण व्यवसाय का नया विकास हुआ। चीन में अनाज उत्पादन 65 करोड़ टन से अधिक कायम रहा। मुख्य कृषि उत्पादों की आपूर्ति प्रचुर है। ग्रामीण पारिस्थितिक वातावरण में सुधार आया। “स्वच्छ जल और हरे-भरे पहाड़ अमूल्य संपत्ति हैं” का वैज्ञानिक शोध लोगों के दिल में गहराई से बसा हुआ है। ग्रामीण क्षेत्रों में जल, बिजली, मार्ग और संचार आदि बुनियादी संस्थापनों के निर्माण में तेजी आई। वर्ष 2017 से 2021 तक ग्रामीण निवासियों की प्रति व्यक्ति प्रयोज्य आय में 28.9 प्रतिशत की बढ़ोतरी हुई। शहरी और ग्रामीण निवासियों के बीच आय का अंतर लगातार कम हुआ।

ताजा आंकड़ों के अनुसार ग्रामीण पुनरुत्थान रणनीति के कार्यांवयन से अब तक चीन सरकार ने 30 से अधिक नीतियों को लागू किया। ग्रामीण क्षेत्रों में व्यवसाय का विकास हो रहा है, किसानों की आय में बढ़ोतरी हो रही है और गांव के वातावरण में सुधार हो रहा है। ग्रामीण पुनरुत्थान से किसानों को ठोस फायदा मिला है।

(साभार- चाइना मीडिया ग्रुप, पेइचिंग)

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