इंटरनेशनल डेस्क: यमन के हूती विद्रोहियों ने इजराइल से संबंधित और भारत जा रहे एक मालवाहक जहाज को जब्त कर लिया और जहाज पर सवार चालक दल के 25 सदस्यों को बंधक बना लिया है। इस पूरे घटनाक्रम को बीच समंदर में अंजाम दिया गया है। यमन ने एक वीडियो जारी किया है, इसमें देखा जा रहा है कि एक हेलिकॉप्टर अचानक जहाज के ऊपर आता है। कुछ ही देर में बंदूक लिए हूती विद्रोही उतरते हैं और पॉजीशन ले लेते हैं। ये लोग जहाज के एंट्री गेट तक पहुंचते हैं और गोलियां चलाना शुरू कर देते हैं।
Breaking: ???????? The Yemen Houthis have released a footage of the Ship they have hijacked.
The Ship started from Israel’s Port heading to India, which was operated by Japanese Company.#Isreal #Hamas_is_ISIS #Gaza_War #bbvipks #Israel #HamasISIS #Houthis
pic.twitter.com/2DvIkbRXeo— Screwed Guy (@Rachit_thakur1) November 21, 2023
जहाज को अगवा करने का यह वीडियो दरअसल लाल सागर का है। रेड सी में चलती जहाज पर हूती विद्रोही हेलीकॉप्टर से उतरते हैं और फिर ‘अल्लाह हू अकबर’ का नारा लगाते हुए फायरिंग शुरू कर देते हैं। इस घटना से इजराइल-हमास युद्ध को लेकर क्षेत्रीय तनाव और बढ़ने की आशंका है तथा इससे समुद्री मोर्चे पर युद्ध छिड़ने का अंदेशा है। ईरान समर्थित हूती विद्रोहियों ने कहा कि उन्होंने इजराइल से जुड़े होने के कारण जहाज को कब्जे में लिया और वह गाजा के हमास शासकों के खिलाफ इजराइल के अभियान के खात्मे तक अंतरराष्ट्रीय समुद्री क्षेत्र में इजराइलियों से जुड़े या उनके स्वामित्व वाले जहाजों को निशाना बनाना जारी रखेगा।
हूतियों ने कहा कि इजराइल या उससे जुड़े सभी जहाजों को निशाना बनाया जाएगा।’’ हूतियों के मुख्य वार्ताकार और प्रवक्ता मोहम्मद अब्दुल-सलाम ने एक बयान जारी कर कहा कि इजराइली केवल ‘‘बल की भाषा’’ समझते हैं। मोहम्मद अब्दुल-सलाम ने कहा कि यह तो शुरुआत है।’’ इजराइल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू के कार्यालय ने बहामास का झंडा लगे गैलेक्सी लीडर जहाज पर हमले के लिए हूतियों को दोषी ठहराया था, जो एक इजराइली अरबपति से संबद्ध वाहन वाहक था।
नेतन्याहू के कार्यालय ने कहा था कि जहाज में कोई भी इजराइली नहीं था। जहाज के जापानी संचालक, एनवाईके लाइन ने कहा कि अपहरण के समय जहाज में कोई माल नहीं था। एनवाईके ने कहा कि इसके चालक दल के सदस्य फिलीपींस, बुल्गारिया, रोमानिया, यूक्रेन और मैक्सिको से हैं। जहाज भारत में गुजरात राज्य के पिपावाव जाने वाला था। मुख्य कैबिनेट सचिव हिरोकाजू मात्सुनो ने कहा कि जापान की सरकार हूती विद्रोहियों के साथ बातचीत के माध्यम से चालक दल की शीघ्र रिहाई के लिए पूरी कोशिश कर रही है। साथ ही इजराइल के साथ बातचीत और सऊदी अरब, ओमान एवं ईरान की सरकारों के साथ सहयोग कर रही है। नेतन्याहू के कार्यालय ने इस घटना की निंदा करते हुए इसे ‘‘आतंकवाद का ईरानी कृत्य’’ बताया।