हाल ही में कोटे डी आइवर में “कोकोडी पुल” का निर्माण पूरा होने की पहली वर्षगांठ मनाई गई। पश्चिम अफ्रीका में एक चीनी कंपनी द्वारा बनाए गए इस सबसे बड़े केबल-स्टे पुल ने न केवल यात्रा के समय को कम किया, बल्कि स्थानीय अर्थव्यवस्था को आगे बढ़ने में भी मदद की। यह चीन-अफ्रीका सहयोग के कई फलों में से एक है। पिछले दशक में, चीन और अफ्रीका के बीच पारस्परिक लाभ वाला सहयोग गहरा होता जा रहा है। चीनी कंपनियों ने अफ्रीका में बड़ी संख्या में बुनियादी ढांचे का निर्माण किया है। साथ ही, अफ्रीकी कृषि उत्पादों ने भी चीनी बाजार को समृद्ध किया है, जो “साझे भविष्य वाले चीन-अफ्रीका समुदाय” की गहरी नींव का प्रदर्शन करता है।
2024 चीन-अफ्रीका सहयोग मंच का शिखर सम्मेलन दोनों पक्षों को आधुनिकीकरण को बढ़ावा देने के लिए मिलकर काम करने के नए अवसर प्रदान करेगा। 24 वर्षों के विकास के बाद, चीन-अफ्रीका सहयोग मंच अपने 55 सदस्यों के लिए सहयोग योजनाओं पर चर्चा करने के लिए एक महत्वपूर्ण मंच बन गया है। चीन और अफ्रीका के बीच घनिष्ठ सहयोग साझी ऐतिहासिक स्मृति, आधुनिक विकास की मांगों और अंतर्राष्ट्रीय निष्पक्षता और न्याय की खोज से उपजा है।
इतिहास पर नजर डालें तो चीन और अफ्रीका ने उपनिवेशवाद विरोधी और साम्राज्यवाद विरोधी संघर्षों में कंधे से कंधा मिलाकर लड़ाई की और राष्ट्रीय स्वतंत्रता और राष्ट्रीय मुक्ति हासिल की। आज, चीन व्यापक रूप से चीनी शैली वाले आधुनिकीकरण को बढ़ावा दे रहा है, और अफ्रीका भी 2063 एजेंडा के दृष्टिकोण की ओर तेजी से बढ़ रहा है। इस प्रक्रिया के दौरान, दोनों पक्षों ने एक-दूसरे की मदद की और सहयोग के नए क्षेत्रों का लगातार विस्तार किया। पिछले दस वर्षों में, अफ्रीका में चीनी उद्यमों का अनुबंध मूल्य 7 खरब अमेरिकी डॉलर से अधिक हो गया है, जिससे 90 करोड़ अफ्रीकी लोगों को लाभ हुआ है। साथ ही, चीन-अफ्रीका सहयोग भी “नएपन” की ओर बढ़ रहा है। चीन के नए उत्पाद और नई प्रौद्योगिकियां लगातार अफ्रीकी बाजार में प्रवेश कर रही हैं और अफ्रीका की डिजिटलीकरण प्रक्रिया को बढ़ावा दे रही हैं।
सबसे बड़े विकासशील देश और विकासशील देशों की सबसे बड़ी सघनता वाले महाद्वीप के रूप में, चीन और अफ्रीका वैश्विक शासन में सुधार को बढ़ावा देने में महत्वपूर्ण ताकतें हैं। अराजकता से घिरी दुनिया के सामने, चीन और अफ्रीका एक साथ काम करते हुए विकासशील देशों के वैध अधिकारों और हितों की बेहतर रक्षा करेंगे और अधिक न्यायपूर्ण और उचित अंतरराष्ट्रीय व्यवस्था को बढ़ावा देंगे।
भविष्य को देखते हुए लगता है कि चीन-अफ्रीका सहयोग और गहरा होता रहेगा। चीन-अफ्रीका सहयोग मंच का शिखर सम्मेलन दोनों पक्षों के बीच संबंधों में नई गति लाएगा और उनके संबंधित आधुनिकीकरण अभियान के लिए नए अवसर प्रदान करेगा। विश्वास है कि चीन और अफ्रीका विश्व आधुनिकीकरण प्रक्रिया में अधिक “चीन-अफ्रीका शक्ति” का योगदान देने के लिए मिलकर काम करना जारी रखेंगे।
(साभार—चाइना मीडिया ग्रुप, पेइचिंग)