मानवाधिकार का सच्चे मायने में करना चाहिए संरक्षण

वर्तमान में, दुनिया भर में COVID-19 महामारी को आम तौर पर नियंत्रित किया गया है। लेकिन फिर भी अंतरराष्ट्रीय मंच पर महामारी से संबंधित कुछ मुद्दों पर भीषण बहस हो रही है। कुछ लोगों ने महामारी-रोधी नीतियों को मानवाधिकारों के मुद्दों से जोड़ते हुए चीन पर आरोप लगाया है कि चीन द्वारा अपनाई गई महामारी-नियंत्रण.

वर्तमान में, दुनिया भर में COVID-19 महामारी को आम तौर पर नियंत्रित किया गया है। लेकिन फिर भी अंतरराष्ट्रीय मंच पर महामारी से संबंधित कुछ मुद्दों पर भीषण बहस हो रही है। कुछ लोगों ने महामारी-रोधी नीतियों को मानवाधिकारों के मुद्दों से जोड़ते हुए चीन पर आरोप लगाया है कि चीन द्वारा अपनाई गई महामारी-नियंत्रण उपायों में मानवाधिकारों का उल्लंघन किया गया है। COVID-19 महामारी इतिहास में एक गंभीर संकट है। महामारी के प्रकोप के शुरू में विभिन्न देशों को आम तौर पर वायरस के प्रसार को रोकने के लिए अलगाव के तरीके अपनाना पड़ा। हालाँकि, पश्चिमी देशों में लोगों ने ऐसे उपायों का कड़ा विरोध किया, तो इन देशों को वायरस के साथ-साथ रहने की नीति अपनानी पड़ी, पर उन्हें उच्च मृत्यु दर की कीमत चुकानी पड़ी। उधर, चीन ने हमेशा लोगों के जीवन अधिकार की सुरक्षा को प्राथमिकता दी। इस तरीके से चीन सबसे मुश्किल समय को सफलतापूर्वक पारित हुआ, और चीन में महामारी की मृत्यु दर दुनिया में सबसे निचले स्तर पर बनी हुई है। 2022 के बाद, वायरस की मुख्यधारा का ओमिक्रॉन के रूप में उत्परिवर्तन हुआ, जिसकी रोगजनकता और मृत्यु दर कम बनने लगी। इस स्थिति में चीन ने अपनी नीतियों को समायोजित किया। 2022 के अंत तक, देश भर में कोरोनोवायरस वैक्सीन की 3.48 बिलियन से अधिक खुराक का टीकाकरण किया जा चुका है, और कुल आबादी के 90% से अधिक ने पूर्ण टीकाकरण प्रक्रिया पूरी कर ली है। इसके अलावा, चीन ने विभिन्न देशों को बड़ी संख्या में चिकित्सा आपूर्ति जैसे दवाएं, मास्क और एंटीजन डिटेक्शन रिएजेंट भी प्रदान किए हैं।

सही नीतियों को अपनाने के कारण चीनी अर्थव्यवस्था का लगातार अच्छा प्रदर्शन बना हुआ। यहां तक कि उन वर्षों में भी जब महामारी गंभीरता से फैली थी, तब भी चीन की आर्थिक वृद्धि हासिल हुई। चीन विश्व में सबसे बड़ा विनिर्माण देश है जिसके पास विश्व व्यापार मात्रा के 15% और विनिर्माण के अतिरिक्त मूल्य के 30% के साथ है। चीनी अर्थव्यवस्था की स्थिरता से सारी दुनिया के उत्पादन और आपूर्ति श्रृंखलाओं की स्थिरता को सुनिश्चित किया गया है। 2021 में, जब महामारी सबसे गंभीर रही, तब भी चीन की आर्थिक विकास दर 8.1% तक पहुंची, और इसकी प्रति व्यक्ति जीडीपी 12,551 अमेरिकी डॉलर तक पहुंच गयी। 2021 में, चीन की कुल जीडीपी विश्व अर्थव्यवस्था के 18% भाग तक रहा।माल आयात-निर्यात का कुल मूल्य यूएस $ 6 ट्रिलियन से अधिक तक जा पहुंचा, और विश्व आर्थिक विकास में चीन का योगदान 25% तक पहुंचा। 2020 में, चीन का प्रत्यक्ष विदेशी निवेश 153.71 बिलियन अमेरिकी डॉलर तक पहुंच गया, जो दुनिया में पहले स्थान पर है, और वैश्विक हिस्सेदारी का 20.2% हिस्सा है। 2022 में चीन-अमेरिका व्यापार भी 760 अरब अमेरिकी डॉलर के रिकॉर्ड स्तर पर पहुंच गया।

तथ्य यह है कि पिछले तीन वर्षों में, चीनी सरकार ने हमेशा मानव जीवन की सुरक्षा को पहले स्थान पर रख दिया है। साथ ही, चीनी सरकार ने जीवन की रक्षा और आर्थिक विकास के बीच संतुलन को बनाये रखने की पूरी कोशिश की, और विश्व बाजार की स्थिरता को बढ़ाने के लिए अपना योगदान पेश किया। जिसे भी मानव अधिकारों की रक्षा के लिए अद्भुत योगदान माना जाता है। इस के चलते चीन भी कई अंतरराष्ट्रीय कंपनियों के लिए एक “सुरक्षित आश्रय” बन गया है, और चीन में विदेशी पूंजी की संख्या लगातार बढ़ती रही है। कई बहुराष्ट्रीय कंपनियों ने चीन में नवाचार केंद्र स्थापित किये, क्योंकि उन्हें विश्वास है कि चीनी अर्थव्यवस्था की दीर्घकालिक वृद्धि की जाएगी।

आर्थिक विकास करने के साथ लोगों, खासकर कमजोर समूहों के जीवन और स्वास्थ्य की गारंटी करनी चाहिए। यह चीन सरकार की महामारी-रोधी नीतियों का मूल विचार है। चीनी नेता ने अनेक बार निर्देश दिया कि भले ही कुछ आर्थिक विकास अस्थायी रूप से त्याग दिया जाए, लोगों के जीवन की सुरक्षा सुनिश्चित की जानी चाहिए। ऐसा करने से चीन सबसे कम मृत्यु दर के साथ तीन सालों तक चली महामारी के प्रकोप से बच गया, और इसने दुनिया की आर्थिक बहाली की बड़ी मदद की। उधर किसी देश को, जो मानवाधिकारों का ऊंची आवाज में धुन बजा रहा है, महामारी से दुनिया में उच्चतम मृत्यु दर का भुगतान चुकाना पड़ा, और इसकी अर्थव्यवस्थाओं को भी विभिन्न संकटों का सामना करना पड़ा। जीवन का अनादर करना मानव अधिकारों के लिए सबसे बड़ा नुकसान है, और मानवाधिकार का सच्चे मायने में संरक्षण किया जाना चाहिए।

(साभार – चाइना मीडिया ग्रुप, पेइचिंग)

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