इस्लामाबादः पाकिस्तान के विदेश मंत्री एवं पाकिस्तान पीपुल्स पार्टी के अध्यक्ष बिलावल भुट्टो जरदारी और पाकिस्तान मुस्लिम लीग के नेता चौधरी शुजात हुसैन ने पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान से नागरिकों का प्रतिनिधित्व करने के लिए संसद लौटने का आग्रह किया है। एक समाचार पत्र में प्रकाशित रिपोर्ट के अनुसार, दोनों नेताओं ने खान को चेतावनी देते हुए कहा कि अगर वह अपने वर्तमान रुख पर कायम रहेंगे, न तो वे उन्हें बचा पाएंगे और न ही इससे देश को कोई लाभ होगा।
रिपोर्ट के अनुसार मंगलवार को दोनों नेताओं ने अलग-अलग बयानों में कहा कि पाकिस्तान को आर्थिक और राजनीतिक संकट से बचाने के लिए सभी दलों को एक साथ मिलकर काम करने की आवश्यकता है। भुट्टो-जरदारी ने गढ़ी खुदा बख्श में एक संबोधन के दौरान कहा, कि ‘आप घर के लिए अजनबी हो। वापस आएं और संसद में अपनी भूमिका निभाएं। आइए सुधारों के बारे में बात करें, चाहे वह राष्ट्रीय जवाबदेही ब्यूरो हो या चुनाव, अन्यथा, सरकार उन लोगों को रोकने में सक्षम नहीं होगी जो आपको ‘प्रताड़ति’ करना चाहते थे।’’
उन्होंने कहा, कि ‘अगर वह खुद को राजनेता और लोकतांत्रिक कहते है, तो उन्हें संसद में बैठना होगा और अपना काम करना होगा।’’ इस बीच, इस्लामाबाद में एक कार्यक्रम में हुसैन ने कहा कि जिन लोगों ने खान और उनकी पार्टी को चुना था, वे अपने प्रतिनिधियों के कार्यों को देख रहे हैं। संसद में नहीं आने और वेतन तथा भत्ताें को नहीं लेने से कुछ फायदा नहीं होने वाला है।