यरूशलमः भारत और इजराइल के बीच पूर्ण कूटनीतिक संबंधों के 30 साल की उपलब्धियों पर संतोष जताते हुए इजराइल के विदेश मंत्री एली कोहेन ने कहा कि समय आ गया है जब दोनों देशों को रणनीतिक साझेदारी की मजबूती के लिए अनेक क्षेत्रों में अपने संबंधों को नई गति प्रदान करनी चाहिए। मंगलवार को शुरू हुई अपनी तीन दिवसीय भारत यात्रा से ऐन पहले कोहेन ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की 2017 में हुई इजराइल यात्र और उनके इजराइली समकक्ष बेंजामिन नेतन्याहू की 2018 में हुई भारत यात्र से द्विपक्षीय संबंधों को सहयोग तथा समझ की नई ऊंचाइयों पर पहुंचाने में मदद मिली है और न केवल सरकारों के बीच बल्कि जनता के बीच भी मित्रता गहरी हुई है।
उन्होंने कहा, कि ‘हम उम्मीद करते हैं कि प्रधानमंत्री नेतन्याहू की इस साल के आखिर में होने वाली भारत यात्रा उन क्षेत्रों में संबंधों को गति प्रदान करेगी जिन पर मेरी यात्र के दौरान बातचीत होगी और साथ ही अन्य क्षेत्रों में भी इन्हें गति मिलेगी।’’ इजराइल की संसद ‘नेसेट’ के अध्यक्ष अमीर ओहाना ने मार्च के आखिर में भारत की यात्रा की थी जिसके बाद अर्थव्यवस्था मंत्री निर बरकत अप्रैल में भारत आये और अब इजराइली विदेश मंत्री की यात्रा हो रही है। इन यात्राओं को इस साल के आखिर में होने वाली नेतन्याहू की अति प्रतीक्षित भारत यात्रा की तैयारियों के रूप में देखा जा रहा है।
कोहेन ने कहा, कि ‘हम निश्चित रूप से उस स्तर पर हैं जहां हम कोविड महामारी के दौरान कुछ विलंब के बाद दोनों देशों के बीच संबंधों को फिर से गति प्रदान कर रहे हैं। पिछले साल हमने अपने कूटनीतिक संबंधों की स्थापना की 30वीं वर्षगांठ मनाई थी। हम इस अवधि में प्राप्त अनेक उपलब्धियों से बहुत संतुष्ट हैं और अब समय आगे देखने तथा देशों के बीच रणनीतिक संबंधों को मजबूत करने का है।’’ उन्होंने कहा कि यह यात्रा आर्थिक और सांस्कृतिक मुद्दों को बढ़ावा देने का एक अवसर है। उन्होंने अपनी यात्र के एजेंडा में मुंबई में यहूदी पथ के उद्घाटन को भी गिनाया। यहूदी पथ के तहत मुंबई में महत्वपूर्ण यहूदी स्मारकों को चिह्न्ति किया गया है और इन्हें दुनियाभर के पर्यटकों के लिए खोला जाएगा।
इजराइली विदेश मंत्री ने कहा कि उनकी यात्रा में जल प्रौद्योगिकियों के क्षेत्र में समझौतों पर दस्तखत किए जा सकते हैं और उन उत्कृष्टता केंद्रों को लेकर भी करार हो सकते हैं जो इजराइल भारतीय प्राधिकारों के साथ मिलकर संचालित करता है। उन्होंने कहा, कि ‘इजराइल और भारत के बीच नवाचार के क्षेत्र में वृद्धि की अपार क्षमता है।’’ कोहेन ने कहा, कि ‘द्विपक्षीय स्तर पर और आई2यू2 जैसे बहुपक्षीय मंचों पर स्वच्छता प्रौद्योगिकियों तथा अक्षय ऊर्जा पर सहयोग की भी काफी क्षमता है।’’ इजराइल ने उत्कृष्टता केंद्र खोलकर भारत के कृषि क्षेत्र में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है और दिल्ली में पिछले दिनों अपने मिशन में एक विशेष ‘जल अटाचे’ की नियुक्ति की है।