इस्लामाबादः आतंकी समूह इस्लामिक स्टेट (आईएस) ने अफगानिस्तान की राजधानी काबुल में चीन के स्वामित्व वाले एक होटल पर सोमवार को हुए हमले की जिम्मेदारी ली है। इस हमले में तीन हमलावर मारे गये थे और होटल में ठहरे 2 लोग घायल हो गए थे। सोशल मीडिया पर जारी तस्वीरों के अनुसार, अफगानिस्तान की राजधानी काबुल के बीचोंबीच स्थित काबुल लॉंगन होटल में सोमवार को दोपहर के वक्त हमला हुआ और 10 मंजिला इमारत से धुएं का गुबार उठता देखा गया था। स्थानीय लोगों ने बताया कि उन्होंने विस्फोट और गोलियों की आवाज सुनी।
तालिबान सुरक्षा बल इलाके में पहुंच गये और उन्होंने घटनास्थल की ओर जाने वाली सभी सड़कों की नाकेबंदी कर दी। तालिबान द्वारा नियुक्त किये गये पुलिस प्रवक्ता खालिद जदरान ने बताया कि यह हमला कुछ घंटों तक जारी रहा। हमले के कुछ घंटे बाद, इस्लामिक स्टेट के स्थानीय सहयोगी संगठन ने इसकी जिम्मेदारी ली। इस्लामिक स्टेट तालिबन का प्रतिद्वंद्वी समूह है। इस्लामिक स्टेट ने अपने टेलीग्राम चैनल पर जारी एक बयान में दावा किया कि इसके दो सदस्यों ने होटल पर हमला किया, क्योंकि इसका उपयोग अक्सर राजनयिकों द्वारा किया जाता है और इसका स्वामित्व ‘कम्युनिस्ट पार्टी के शासन वाले चीन’ के पास है।
तालिबान अधिकारियों के अनुसार, हमले में तीन हमलावर मारे गये, जबकि आईएस ने दावा किया कि उसके दो सदस्य हमले में शामिल थे। इस बीच, चीन ने हमले के बाद अफगानिस्तान में रहने वाले अपने सभी नागरिकों से कहा है कि जितनी जल्दी हो सके, वे देश छोड़ दें। चीन के विदेश मंत्रलय के प्रवक्ता वांग वेनबिन ने हमले को ‘भयानक प्रकृति’ का बताया और कहा कि इस घटना से चीन को ‘‘गहरा सदमा’’ लगा है।
वांग ने कहा कि चीन ने मामले की गहन जांच करने की मांग की है और तालिबान सरकार से अफगानिस्तान में चीनी नागरिकों और परियोजनाओं की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए मजबूत कदम उठाने का आग्रह किया है। आईएस के स्थानीय सहयोगी को इस्लामिक स्टेट इन खुरासान प्रोविंस के रूप में जाना जाता है।