Gaza में अस्पताल पर विस्फोट के बाद बढ़े तनाव के बीच Joe Biden पहुंचे इजराइल

तेल अवीवः अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडेन हमास के साथ युद्ध तथा इसे व्यापक संघर्ष में तब्दील होने से रोकने के लिए कूटनीतिक पहल के तहत बुधवार को इजराइल पहुंचे। गाजा पट्टी में एक अस्पताल में विस्फोट में सैकड़ों लोगों की मौत को लेकर समूचे पश्चिम एशिया में आक्रोश फैल गया है जिसके कारण इजराइल-हमास.

तेल अवीवः अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडेन हमास के साथ युद्ध तथा इसे व्यापक संघर्ष में तब्दील होने से रोकने के लिए कूटनीतिक पहल के तहत बुधवार को इजराइल पहुंचे। गाजा पट्टी में एक अस्पताल में विस्फोट में सैकड़ों लोगों की मौत को लेकर समूचे पश्चिम एशिया में आक्रोश फैल गया है जिसके कारण इजराइल-हमास युद्ध की चुनौती और मुश्किल हो गई। जाे बाइडेन अपने पूर्व निर्धारित कार्यक्रम के तहत जॉर्डन की भी यात्रा करने वाले थे लेकिन वाशिंगटन से रवाना होने से पहले अरब नेताओं के साथ उनकी बैठक रद्द हो गई जिससे संघर्ष के इस क्षण में अहम बातचीत के लिए नेताओं की आमने-सामने की बैठक का मौका नहीं मिल पाया।

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प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने बेन गुरियन हवाई अड्डे पर बाइडन से मुलाकात की और एक दूसरे को गले लगाया, जिसके बाद दोनों नेताओं के बीच बैठकें होंगी। इस बैठक में बाइडन के गाजा पट्टी में फलस्तीनियों को अहम मानवीय सहायता के लिए मार्ग उपलब्ध कराने पर जोर देने की संभावना है। सात अक्टूबर को हमास के हमलों के जवाब में इजराइल गाजा पर संभावित जमीनी आक्रमण की तैयारी कर रहा है। हमास के हमले में 1,400 इजराइली नागरिकों की मौत हो गई।

व्हाइट हाउस के राष्ट्रीय सुरक्षा के प्रवक्ता जॉन किर्बी ने राष्ट्रपति के विशेष विमान ‘एयरफोर्स वन’ पर सवार पत्रकारों से कहा कि ‘‘बाइडेन जमीनी स्थिति के बारे में इजराइलियों से जानकारी प्राप्त करना चाहते हैं और कुछ कठिन सवाल पूछ सकते हैं’’। किर्बी ने कहा, ‘‘वह उनसे मित्र के तौर पर सवाल करेंगे।’’ राष्ट्रपति की इजराइल के सुरक्षा बलों और हमले में मारे गए लोगों के परिजनों एवं उन बंधकों के रिश्तदारों से भी मुलाकात करने की योजना है जिन्हें इजराइल में घुसपैठ के दौरान बंधक बनाया गया। स्वास्थ्य अधिकारियों ने कहा कि गाजा में इजराइल के हमले में करीब 2,800 फलस्तीनियों के मारे जाने की सूचना है। अन्य 1,200 लोगों के मलबे में जिंदा या मुर्दा दफन होने की आशंका है।

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ये आंकड़े मंगलवार को अल-अहली अस्पताल में विस्फोट से पहले के हैं। हालांकि विस्फोट का कारण स्पष्ट नहीं है। हमास संचालित स्वास्थ्य मंत्रलय ने कहा कि इजराइल के हमले के कारण यह विस्फोट हुआ जबकि इजराइली सेना ने हमले में किसी भी प्रकार की संलिप्तता से इनकार किया है और फलस्तीनी अन्य आतंकवादी संगठन इस्लामिक जिहाद की ओर से गलत दिशा में रॉकेट दागने के कारण विस्फोट होने का आरोप लगाया है। संगठन ने विस्फोट की जिम्मेदारी लेने से इनकार किया है।

जाे बाइडेन ने एक बयान में कहा कि गाजा में अल अहली अस्पताल में विस्फोट की खबर से उन्हें ‘‘अत्यंत दुख और क्षोभ हो रहा है, जिसके कारण कई लोगों की जान चली गई।’’ अमेरिकी राष्ट्रपति ने यह भी कहा कि उन्होंने ‘‘राष्ट्रीय सुरक्षा टीम को वास्तव में क्या हुआ, इस बारे में सूचना जुटाते रहने का निर्देश दिया।’’ अस्पताल में विस्फोट के बाद जगह जगह प्रदर्शन हुए। इसी अस्पताल में घायल फलस्तीनियों का उपचार हो रहा था और लड़ाई से बचने के लिए कई लोगों ने यहां शरण ली थी। सैकड़ों फलस्तीनी रामल्ला सहित वेस्ट बैंक के प्रमुख शहरों में सड़कों पर उतर आए। बेरूत, लेबनान और अम्मान, जॉर्डन में भी लोग प्रदर्शन में शामिल हुए जहां गुस्साई भीड़ इजराइली दूतावास के बाहर जमा हो गई।

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अस्पताल में विस्फोट की घटना को लेकर आक्रोश के चलते बाइडन की जॉर्डन की उनकी संभावित यात्र रद्द हो गई, जहां शाह अब्दुल्ला द्वितीय, फलस्तीन के राष्ट्रपति महमूद अब्बास और मिस्र के राष्ट्रपति अब्देल फतह अल-सीसी के साथ बैठक की मेजबानी करने वाले थे। लेकिन प्रदर्शन के कारण अब्बास ने शिखर सम्मेलन को रद्द कर दिया। किर्बी ने बताया कि जॉर्डन ने अस्पताल में विस्फोट की घटना के बाद तीन दिवसीय शोक की घोषणा की है और बाइडन इसे समझते हैं तथा वह भी अपनी जॉर्डन यात्रा को टाले जाने के फैसले से ‘‘परस्पर सहमत’’ हैं।

उन्होंने कहा कि वाशिंगटन लौटने के बाद जाे बाइडेन के पास फोन पर अरब नेताओं से बातचीत का मौका होगा। जॉर्डन के विदेश मंत्री ऐमन सफादी ने सरकारी टेलीविजन को बताया कि इजराइल और हमास के बीच युद्ध ने ‘‘क्षेत्र को संकट के कगार पर धकेल दिया है’’। ऐसी आशंका है कि लेबनान के साथ ईरान की उत्तरी सीमा के पास एक नया मोर्चा बन सकता है जहां से हिज्बुल्ला संचालित होता है। ईरान सर्मिथत संगठन का इजराइली सुरक्षा बलों से टकराव होता रहा है।

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