19 जुलाई को सीपीसी की केंद्रीय कमेटी ने पार्टी की 20वीं केंद्रीय समिति के तीसरे पूर्णाधिवेशन की भावना का परिचय और व्याख्या करने के लिए एक प्रेस कॉन्फ्रेंस आयोजित की। ध्यान रहे 20वीं सीपीसी केंद्रीय कमेटी के तीसरे पूर्णाधिवेशन ने 18 जुलाई को चौतरफा सुधार गहराने और चीनी आधुनिकीकरण बढ़ाने का प्रस्ताव पारित किया।
प्रेस कॉन्फ्रेंस में सीपीसी केंद्रीय कमेटी के नीति अनुसंधान कार्यालय के उप निदेशक थांग फांगयु ने कहा कि सीपीसी केंद्रीय कमेटी के महासचिव शी चिनफिंग इस प्रस्ताव का मसौदा तैयार करने वाले दल के प्रमुख थे, जिन्होंने निर्णायक भूमिका निभायी। इस प्रस्ताव के कुल 15 भाग और 60 धाराएं हैं, जो तीन प्रमुख खंडों में विभाजित हैं। इसमें कुल 300 से अधिक महत्वपूर्ण सुधार कदम पेश किये गये। पहले खंड में मुख्य तौर पर चौतरफा सुधार गहराने के भारी महत्व और आम मांग का व्याख्यान किया गया। दूसरे खंड में विभिन्न क्षेत्रों के व्यापक सुधार का इंतजाम किया गया। तीसरे खंड में सुधार में पार्टी के नेतृत्व की मजबूती पर चर्चा की गयी।
इस न्यूज ब्रीफिंग में केंद्रीय सुधार कार्यालय के उपनिदेशक मु होंग ने बताया कि इस प्रस्ताव में निर्धारित चीन में सुधार और गहराने का आम लक्ष्य चीनी विशेषता वाली समाजवादी व्यवस्था का विकास जारी रखकर राष्ट्र-शासन व्यवस्था और शासन क्षमता का आधुनिकीकरण बढ़ाना है। वर्ष 2035 तक उच्च स्तरीय समाजवादी बाज़ार अर्थव्यवस्था स्थापित की जाएगी और समाजवादी आधुनिकीकरण आम तौर पर पूरा किया जाएगा।
केंद्रीय वित्त कार्यालय के उप निदेशक हान वनश्यो ने इस प्रेस वार्ता में बताया कि प्रस्ताव में बाज़ार तंत्र की भूमिका अच्छी तरह निभाने पर जोर लगाया गया ताकि अधिक न्यायपूर्ण और जीवंत बाजार वातावरण तैयार किया जाए। प्रस्ताव में साफ कहा गया कि कानूनी शासन सबसे अच्छा वाणिज्यिक वातावरण है। बाद में निजी अर्थव्यवस्था का संवर्धन कानून बनाया जाएगा। इस प्रस्ताव में अंतर्राष्ट्रीय आर्थिक व व्यापारिक नियमों के अनुरूप अधिक ऊच्च स्तरीय खुली अर्थव्यवस्था की मांग की गयी, जिससे चीन का बड़ा बाज़ार विश्व का बड़ा मौका बन जाएगा। चीन में विदेशी पूंजी के इस्तेमाल का विस्तार बरकरार रहेगा और चीन विभिन्न देशों के निवेशकों की पसंद बना रहेगा।
(साभार—चाइना मीडिया ग्रुप ,पेइचिंग)