चीनी विदेश मंत्री वांग यी ने 2 नवम्बर को जॉर्डन के उप प्रधानमंत्री और विदेश मंत्री अयमान सफ़ादी के साथ फोन पर बातचीत की। इस दौरान, वांग यी ने कहा कि चीन गाजा पट्टी में शरणार्थी शिविरों पर हमले की कड़ी निंदा करता है। फ़िलिस्तीनी और इज़राइली लोगों का जीवन समान रूप से महत्वपूर्ण है। इस संबंध में कोई दोहरा मापदंड नहीं होना चाहिए, और मानवीय आपदाएँ जारी नहीं रहनी चाहिए।
वांग यी के अनुसार, चीन जॉर्डन का प्रशंसक है कि वह लंबे समय से फिलिस्तीन-इजराइल शांति वार्ता को सक्रिय रूप से बढ़ावा दे रहा है और अरब देशों की ओर से फ़िलिस्तीन-इज़राइल संघर्ष पर संयुक्त राष्ट्र महासभा प्रस्ताव का मसौदा प्रस्तावित करता है। चीन अरब देशों के गोलीबारी व युद्ध बंद करने और शांति बनाए रखने के महत्वपूर्ण प्रस्ताव का समर्थन करता है।
वांग यी ने यह भी कहा कि इस महीने संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद के अध्यक्ष के रूप में चीन सभी पक्षों के साथ निकटता से संवाद करने, सुरक्षा परिषद में सर्वसम्मति निर्माण को बढ़ावा देने, और स्थिति को जल्द से जल्द शांत करने के लिए हर संभव प्रयास करना चाहता है। सबसे पहले, युद्धविराम हासिल करना और सुचारू मानवीय राहत चैनल सुनिश्चित करने का प्रयास करना आवश्यक है। इसके साथ ही, यथाशीघ्र एक अधिक आधिकारिक अंतर्राष्ट्रीय शांति सम्मेलन बुलाना चाहिए, ताकि “दो-राज्य समाधान” को फिर से शुरू करने और लागू करने पर एक नई आम सहमति पर पहुंची जा सके और एक विशिष्ट समय सारिणी और रोडमैप तैयार किया जा सके।
फोन बातचीत में सफ़ादी ने फिलिस्तीन मुद्दे पर निष्पक्षता व न्याय को कायम रखने और संयुक्त राष्ट्र महासभा के आपातकालीन विशेष सत्र द्वारा पारित प्रस्ताव का समर्थन करने के लिए चीन को धन्यवाद दिया। उन्होंने कहा कि शांति ही एकमात्र विकल्प है। जॉर्डन नागरिकों को नुकसान पहुंचाने वाले सभी कार्रवाइयों की निंदा करता है, शीघ्र युद्धविराम और युद्ध को समाप्त करने, और गाजा को मानवीय राहत आपूर्ति प्रदान करने का आह्वान करता है। जॉर्डन चीन के साथ मिलकर “दो-राज्य समाधान” के कार्यान्वयन को बढ़ावा देना और क्षेत्रीय शांति व स्थिरता बनाए रखना चाहता है।
(साभार- चाइना मीडिया ग्रुप, पेइचिंग)