Pakistan के गुरुद्वारा दरबार साहिब की तीर्थ यात्रा Kartarpur गलियारे के रास्ते हुई बहाल

चंडीगढ़/गुरदासपुरः पाकिस्तान स्थित ऐतिहासिक गुरुद्वारा दरबार साहिब में भारत से मत्था टेकने जाने वाले श्रद्धालुओं के लिए मंगलवार को करतारपुर गलियारा दोबारा से खोल दिया गया। एक वरिष्ठ अधिकारी ने यह जानकारी दी। उन्होंने बताया कि गलियारा दोबारा खोलने का फैसला रावी नदी में जलस्तर कम होने के बाद लिया गया। उन्होंने बताया कि रावी.

चंडीगढ़/गुरदासपुरः पाकिस्तान स्थित ऐतिहासिक गुरुद्वारा दरबार साहिब में भारत से मत्था टेकने जाने वाले श्रद्धालुओं के लिए मंगलवार को करतारपुर गलियारा दोबारा से खोल दिया गया। एक वरिष्ठ अधिकारी ने यह जानकारी दी। उन्होंने बताया कि गलियारा दोबारा खोलने का फैसला रावी नदी में जलस्तर कम होने के बाद लिया गया। उन्होंने बताया कि रावी नदी के जल संग्रहण क्षेत्र में भारी बारिश के बाद नदी के जलस्तर में वृद्धि के मद्देनजर 20 जुलाई को करतारपुर गलियारे को बंद कर दिया गया था।

पाकिस्तान में सिख धर्म के संस्थापक गुरुनानक देव के अंतिम निवास स्थान व ज्योति से समाने के स्थल (समाधि स्थल) गुरुद्वारा दरबार साहिब को करतारपुर गलियारा भारत के गुरदासपुर स्थित डेरा बाबा नानक गुरुद्वारा से जोड़ता है। गुरदासपुर के उपायुक्त हिमांशु अग्रवाल ने कहा कि श्रद्धालुओं के लिए मंगलवार को करतारपुर गलियारे को बहाल कर दिया गया।

करतारपुर गलियारे को श्रद्धालुओं के लिए बहाल करने का फैसला सोमवार शाम को अग्रवाल की सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ), भारतीय भूमि पत्तन प्राधिकरण और राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण के अधिकारियों के साथ हुई बैठक के बाद लिया गया। उक्त बैठक में इलाके में बाढ़ की स्थिति की समीक्षा की गई। अग्रवाल ने बताया कि पांच दिन से करतारपुर गलियारे के रास्ते यात्रा स्थगित रहने की वजह से कुल 700 यात्री पाकिस्तान स्थित गुरुद्वारा नहीं जा सके और अब उन्हें नए सिरे से आवेदन करना होगा। करतारपुर गलियारे को 2019 में गुरु नानक देव जी के 550वें प्रकाश उत्सव के मौके पर खोला गया था।

- विज्ञापन -

Latest News