21 मार्च को जापानी प्रधानमंत्री शिगेरु इशिबा ने टोक्यो में चीनी विदेश मंत्री वांग यी से मुलाकात की। वांग यी ने इशिबा शिगेरु को चीनी नेताओं की शुभकामनाएं दीं और कहा कि प्रधानमंत्री के पदभार ग्रहण करने के बाद से चीन और जापान ने द्विपक्षीय सम्बंधों में सुधार की प्रक्रिया पुनः शुरू कर दी है। वांग यी ने कहा कि चीन और जापान दोनों ही महत्वपूर्ण प्रभावशाली देश हैं, और एशिया के बेहतर भविष्य के लिए मिलकर काम करना उनका साझा मिशन है। अशांत अंतर्राष्ट्रीय स्थिति और उभरती वैश्विक चुनौतियों का सामना करते हुए, दोनों पक्षों को आपसी विश्वास बढ़ाना चाहिए, सहयोग को मजबूत करना चाहिए और दुनिया के लिए अधिक स्थिरता और निश्चितता प्रदान करनी चाहिए।
वांग यी ने जोर देते हुए कहा कि करीबी पड़ोसियों के रूप में, एक-दूसरे के साथ ईमानदारी, विश्वसनीयता और सद्भाव के साथ व्यवहार करना पड़ोसी होने का सही तरीका है। जापान को चीन-जापान संयुक्त वक्तव्य समेत चार राजनीतिक दस्तावेजों में निर्धारित सिद्धांतों का पालन करना चाहिए, द्विपक्षीय सम्बंधों के राजनीतिक और कानूनी आधार की रक्षा करनी चाहिए, तथा ऐतिहासिक और थाईवान मुद्दों पर की गई महत्वपूर्ण राजनीतिक प्रतिबद्धताओं को ईमानदारी से पूरा करना चाहिए। इस वर्ष जापानी आक्रमण के विरुद्ध चीनी जन प्रतिरोध युद्ध की विजय की 80वीं वर्षगांठ है। इस महत्वपूर्ण मोड़ पर, हम आशा करते हैं कि जापान एक बुद्धिमानी भरा निर्णय लेगा तथा इतिहास, अपने लोगों और भविष्य के प्रति जिम्मेदारी की भावना से विश्व को सही संकेत भेजेगा।
शिगेरु इशिबा ने वांग यी के द्वारा चीनी नेताओं को अभिवादन पहुंचाने का अनुरोध किया और कहा कि जापान चीन के साथ चार राजनीतिक दस्तावेजों के महत्व को पूरी तरह से पहचानता है और चीन द्वारा प्रस्तुत स्थिति का सम्मान करता है। जापान चीन के साथ आदान-प्रदान और सहयोग को मजबूत करने और द्विपक्षीय सम्बंधों के विकास को आगे बढ़ाने को तैयार है, ताकि दोनों देशों की जनता को बेहतर लाभ मिल सके।
(साभार—चाइना मीडिया ग्रुप ,पेइचिंग)