विश्व जल दिवस का उद्देश्य जल की बचत करने के प्रति जनता को जागरूकता करना और जल संसाधनों के संरक्षण को मजबूती देना है। 18 जनवरी, वर्ष 1993 को, संयुक्त राष्ट्र महासभा ने हर साल 22 मार्च को “विश्व जल दिवस” के रूप में नामित करने का संकल्प लिया। इस वर्ष 22 मार्च को 31वां “विश्व जल दिवस” है और 22 से 28 मार्च तक 36वां “चीन जल सप्ताह” है। संयुक्त राष्ट्र ने वर्ष 2023 में “विश्व जल दिवस” का विषय “त्वरित परिवर्तन” के रूप में निर्धारित किया। जल मनुष्य के लिए जीवन का स्रोत है, और एक महत्वपूर्ण प्राकृतिक संसाधन और पर्यावरणीय तत्व है जो सामाजिक और आर्थिक विकास के लिए अपरिहार्य है। चीनी राष्ट्र के सतत विकास और राष्ट्रीय सुरक्षा को साकार करने की रणनीतिक दृष्टि से चीनी राष्ट्रपति शी चिनफिंग ने कई बार जल संसाधनों के संरक्षण और बचत पर महत्वपूर्ण निर्देश दिए हैं। उन्होंने स्पष्ट रूप से “जल की बचत को प्राथमिकता देना, स्थानिक संतुलन, व्यवस्थित शासन और जल पर नियंत्रण और जल की बचत” के जल नियंत्रण विचार को सामने रखा।
आंकड़ों के अनुसार, पिछले दस वर्षों में चीन के जल संसाधनों के उपयोग के तरीकों में गहरा बदलाव आया है, जल संसाधनों के उपयोग की दक्षता में काफी सुधार हुआ है और जल-बचत समाज के निर्माण ने सकारात्मक परिणाम प्राप्त किए हैं। चीन ने पानी के बहाव व मिट्टी के कटाव को नियंत्रित किया है, जिसका क्षेत्रफल कुल 58 लाख वर्ग किलोमीटर है और पानी के बहाव व मिट्टी के कटाव के क्षेत्रफल और तीव्रता दोनों में गिरावट आई है। चीन के कृषिभूमि सिंचाई जल का प्रभावी उपयोग गुणांक 2012 में 0.516 से बढ़कर 2021 में 0.568 हो गया है, पुनर्नवीनीकरण पानी की उपयोग दर में 16 प्रतिशत अंकों की वृद्धि हुई है, और समुद्री जल की अलवणीकरण क्षमता में प्रति दिन लगभग 11लाख टन की वृद्धि हुई है। चीन के पास दुनिया के मीठे जल संसाधनों का 6 प्रतिशत है,जिस पर दुनिया की लगभग 20 प्रतिशत आबादी निर्भर है, और दुनिया के कुल आर्थिक उत्पादन का 18 प्रतिशत से अधिक निर्माण करता है।
एक अच्छा पारिस्थितिक पर्यावरण सभी मानव जाति का सामान्य कल्याण है। पारिस्थितिक प्राथमिकता का पालन करते हुए और हरित विकास की राह पर चलते हुए चीन सक्रिय रूप से अनुभव साझा करता है और अन्य देशों के साथ आदान-प्रदान और सहयोग करता है, जिससे वैश्विक जल पारिस्थितिक शासन में महत्वपूर्ण योगदान मिला है।