27 मार्च को चीनी राष्ट्रपति शी चिनफिंग ने पेइचिंग के जन वृहत भवन में अमेरिकी उद्योग व वाणिज्य जगत और रणनीतिक शिक्षाविद् जगत के प्रतिनिधियों से मुलाकात की। शी चिनफिंग ने अमेरिकी उद्योग व वाणिज्य जगत और रणनीतिक शिक्षाविद् जगत के प्रतिनिधियों का चीन में स्वागत किया। उन्होंने कहा कि चीन-अमेरिका संबंध दुनिया के सबसे महत्वपूर्ण द्विपक्षीय संबंधों में से एक हैं। चीन और अमेरिका के बीच सहयोग है या टकराव, जो दोनों देशों के लोगों की भलाई और मानव जाति के भविष्य और नियति से संबंधित है।
चीन और अमेरिका की अपनी-अपनी सफलताएं एक-दूसरे के लिए अवसर हैं। जब तक दोनों पक्ष एक-दूसरे को भागीदार मानते हैं, एक-दूसरे का सम्मान करते हैं, शांतिपूर्वक सह-अस्तित्व रखते हैं और समान-जीत प्राप्त करने के लिए सहयोग करते हैं, तब तक चीन-अमेरिका संबंध बेहतर बने रहेंगे। इस वर्ष चीन और अमेरिका के बीच राजनयिक संबंधों की स्थापना की 45वीं वर्षगांठ है। चीन-अमेरिका संबंधों का इतिहास दोनों देशों के लोगों के बीच मैत्रीपूर्ण आदान-प्रदान का इतिहास है।
अतीत समय में यह लोगों द्वारा लिखा गया था, और भविष्य में भी लोगों द्वारा बनाया जाना चाहिए। आशा है कि दोनों देशों में जीवन के सभी क्षेत्रों के लोगों के बीच अधिक संपर्क और आदान-प्रदान होगा, आम सहमति बनी रहेगी, विश्वास बढ़ेगा, सभी प्रकार के हस्तक्षेप समाप्त होंगे और पारस्परिक रूप से लाभप्रद सहयोग गहरा होगा। इससे दोनों देशों के लोगों को अधिक ठोस लाभ मिलेगा और दुनिया में अधिक स्थिरता आएगी। 27 मार्च को दोपहर के बाद चीनी राष्ट्रपति शी चिनफिंग ने पेइचिंग के जन वृहत भवन में नीदरलैंड के प्रधानमंत्री मार्क रुट और श्रीलंका के प्रधानमंत्री दिनेश गुणवर्धना से भी मुलाकात की।
(साभार- चाइना मीडिया ग्रुप, पेइचिंग)