श्रीनगर: नेशनल कॉन्फ्रेंस ने पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी (पीडीपी) की युवा इकाई के अध्यक्ष वहीद पर्रा की इन टिप्पणियों की आलोचना की है कि फारूक अब्दुल्ला नीत पार्टी ने चुनाव कराने की अपनी मांगों को सीमित कर दिया है। नेशनल कॉन्फ्रेंस ने कहा कि यह ‘‘तथ्यों को तोड़-मरोड़कर पेश करने का एक हताशापूर्ण कदम’’ है। नेशनल कॉन्फ्रेंस और महबूबा मुफ्ती नीत पीडीपी दोनों नव गठित विपक्षी गठबंधन ‘इंडियन नेशनल डेवलपमेंटल इन्क्लूसिव अलायंस’ (इंडिया) का हिस्सा हैं।
नेशनल कॉन्फ्रेंस के प्रदेश प्रवक्ता इमरान नबी डार ने आरोप लगाया कि पर्रा विपक्षी दलों के बीच भ्रम पैदा करना चाहते हैं। उन्होंने कहा, ‘‘अगर आपका गठबंधन में दम घुटता है तो अपने कृत्यों को न्यायोचित ठहराने के लिए फर्जी कहानियां गढ़ने के बजाय छोड़कर चले जाइए। हमें आपकी ऐतिहासिक गलतियों का पता है लेकिन हमारी प्राथमिकता एकजुटता है।’’
पार्टी की अतिरिक्त प्रवक्ता सारा हयात शाह ने कहा, ‘‘पांच अगस्त 2019 के बाद जम्मू कश्मीर को लोगों के हितों की रक्षा तथा उन ताकतों को जगह न देने के लिए सुलझे राजनीतिक नेतृत्व की जरूरत है जो हमारे संविधान के सार को पराजित करने पर तुली हैं।’’पीडीपी नेता वहीद पर्रा ने सोमवार को कहा कि नेशनल कॉन्फ्रेंस समेत अधिकतर राजनीतिक दलों ने चुनाव कराने या भाजपा से रियायत की अपनी मांगों को सीमित कर दिया है। पर्रा के इस बयान से जम्मू कश्मीर में विपक्षी एकता को झटका लग सकता है।
पीडीपी पर निशाना साधते हुए नेशनल कॉन्फ्रेंस की अतिरिक्त प्रवक्ता सारा हयात शाह ने महबूबा मुफ्ती नीत पार्टी के ‘‘डीएनए’’ पर सवाल उठाया और उस पर ‘‘तथ्यों को तोड़-मरोड़कर पेश करने का हताशापूर्ण कदम उठाने’’ का आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि जहां तक नेशनल कॉन्फ्रेंस का संबंध हैं तो ‘‘हमने बलिदान दिए हैं और हम अपने आप को बिना किसी डर या पक्षपात के लोगों की आकांक्षाओं को आवाज देने के लिए कर्तव्यबद्ध मानते हैं।’’ सारा ने कहा, ‘‘राजनीति हैशटैग या नारेबाजी के लिए नहीं है बल्कि यह जम्मू कश्मीर के लोगों के बारे में है और जम्मू कश्मीर नेशनल कॉन्फ्रेंस लोगों के लिए सर्मिपत है।’’