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पाकिस्तान अधिकृत जम्मू-कश्मीर हमारा था, हमारा है और हमारा ही रहेगा: डा. इंद्रेश कुमार

जम्मू: मुस्लिम राष्ट्रीय मंच जम्मू कश्मीर द्वारा गुज्जर देश चेरिटेबल ट्रस्ट छन्नी में एक सैमीनार का आयोजन किया गया, जिसमें मंच के संरक्षक एवं राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ की अखिल भारतीय कार्यकारणी के सदस्य डा. इंद्रेश कुमार ने कहा कि देश में जो जन-जातियां हैं वह सभी एक दूसरे के साथ मिलकर व सुख चैन से.

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जम्मू: मुस्लिम राष्ट्रीय मंच जम्मू कश्मीर द्वारा गुज्जर देश चेरिटेबल ट्रस्ट छन्नी में एक सैमीनार का आयोजन किया गया, जिसमें मंच के संरक्षक एवं राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ की अखिल भारतीय कार्यकारणी के सदस्य डा. इंद्रेश कुमार ने कहा कि देश में जो जन-जातियां हैं वह सभी एक दूसरे के साथ मिलकर व सुख चैन से रहें। एक दूसरे के प्रति बदसलूकी से हटकर एक दूसरे के साथ भावनात्मक और मिलकर रहें। उन्होंने कहा कि भारत सरकार इनमें सदभाव, भाईचारा लाने की कोशिश कर रही है ताकि सभी लोग सुख चैन से रंहे, एक दूसरे की मदद करें। विपक्षी पार्टियां इन लोगों को भड़काकर राजनैतिक लाभ लेना चाहती है।

उन्होंने अपील की कि जो राजनीतिक दल है कि वह गुज्जर बक्करवाल और आदिवासी जनजातियों के भाईचारे, सदभाव को समाप्त कर उन्हें लड़ानें का कार्य न करें ताकि वह सुख शांति से आगे बढ़ सकें। उन्होंने कहा कि इस समय पाकिस्तान अस्थिर है, महंगाई ताबड़तोड़ है, इंसानियत कुचली जा रही है, इसके लिए वह केवल भारत को गालियां देकर अपनी राजनीति न करे बल्किएक नई पहल अमन की, शांति की, सदभाव की और राजनीति करे। सीमाओं पर आतंकी नहीं भेजना, हथियारबंद सैनिक नहीं भेजना, सीमाओं पर घुसपैठ नहीं करना, सीमाओं पर बम व गोलियां नहीं चलाना बल्किभाईचारे वाली सीमाएं हों यह हमारी सभी से अपील है।

उन्होंने कहा कि 140 करोड़ भारतीय भारतीय फौज के साथ खडेÞ थे और खड़े रहेंगे। हिन्दुस्तान का एक-एक इंच हमारी भारत माता का अंग है इससे धोखा करना या बुरा सोचना तो दूर की बात है। हम इसके लिए कुर्बानियां दे सकते हैं पर एक इंच भी जमीन नहीं दे सकते। हिन्दुस्थान एक रहे और उसकी जयजय कार हो यहीं हमारा कर्तव्य और लक्ष्य है। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को अब तक 16 पुरस्कार मिल चुके हैं जिनमें से लगभग 10 से 11 मुस्लिम देशों ने दिए हैं। आज देश का हर नागरिक इज्जत से, मान से और सम्मान से जी रहा है और देश दिन-प्रतिदिन विकास के पथ की ओर अग्रसर है।

किसी भी मजहब के इससे अधिकार नहीं छीनेंगे बल्कि पूर्ण स्वतंत्रता के साथ अपने-अपने मजहब के अनुरूप जीने की आजादी है। असम की घटना पर उन्होंने खेद जताते हुए कहा कि वहां के समाज को मिलजुल कर रहना चाहिए और विपक्षी पार्टियों को भी ऐसे मामलों में राजनीति नहीं करनी चाहिए। उन्होंने कहा कि हम भगवान से, ईश्वर से और अल्लाह से यह दुआ व प्रार्थना करते हैं कि यह विभाजन जल्दी से समाप्त हो। कारगिल विजय दिवस को लेकर आयोजित जम्मू क्लब में एक अन्य कार्यक्र म में उन्होंने कहा कि आज का दिन उन वीर बलिदानियों को याद करने और विनम्र श्रद्धांजलि देने का है,जिन्होंने देश की सुरक्षा व अखंडता के लिए अपना सब कुछ बलिदान कर दिया।

उन्होंने कहा कि कारगिल की चोटी पर देश के सैनिकों ने वीरता का जो प्रदर्शन किया था वह हमेशा याद किया जाएगा और स्वर्ण अक्षरों में लिखित रहेगा। पूरा देश उन परिजनों को नमन करता है जिनके वीर सपूतों ने भारत माता को सर्वप्रथम रखा और उसके लिए अपने प्राणों की आहुति देने से पीछे नहीं हटे। उन्होंने कहा कि भारत माता का हर नागरिक उसकी रक्षा व सुरक्षा के लिए प्रतिबद्ध, सक्षम व तत्पर है। भारत माता के सपूतों के रहते एक भी इंच कोई छीन नहीं सकता। मुस्लिम राष्ट्रीय द्वारा आयोजित इस कार्यक्र म में मंच के राष्ट्रीय संयोजक हाजी मोहम्मद अफजाल, अब्बू बकार नकबी, जम्मू कश्मीर एवं लद्दाख संयोजक मीर नजीर अहमद, संगठन मंत्री जम्मू कश्मीर, लद्दाख, हिमाचल एवं पंजाब गुलशन कुमार व मंच के अन्य अधिकारी उपस्थित थे।

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