श्रीनगर: उप राज्यपाल मनोज सिन्हा ने कहा है कि बच्चे जमीन में छिपे हीरे की तरह हैं। बस शिक्षकों की ओर से इन्हें तराशने की जरूरत है, फिर इनमें भी हीरे जैसी चमक होगी। वह जीवनयात्रा के ऐसे पड़ाव पर हैं कि पीछे मुड़कर नहीं देखना है। सफलता का मंत्र है कि जीतकर ही लौटना है। हारना नहीं है। नंबरों की गणित में नहीं पड़ना है। अब नंबरों के जरिये भविष्य नहीं बनाया जा सकता है, बल्कि प्रायोगिक ज्ञान जरूरी है। महात्मा गांधी ऐसी कोई बात नहीं करते थे जिसे उन्होंने अपने पहले जीवन में आजमाया न हो।