मस्तिष्क बदलावों के कारण बुजुर्ग महिलाओं को अधिक महसूस होता है जोड़ों का दर्द

नई दिल्ली : बुजुर्ग महिलाओं को अधिक दर्द महसूस होने के संबंध में किए गए एक नए शोध में पाया गया है, कि इसका कारण उम्र बढ़ने के कारण मस्तिष्क के हिस्सों में लिंग आधारित विशेष परिवर्तन हो सकते हैं, क्योंकि इन बदलावों के कारण दर्द के बोध की अनुभूति बढ़ जाती है।

शोध में पाया गया कि इन बदलावों से वृद्ध महिलाओं की दर्द के प्रति संवेदनशीलता उनके पुरुष समकक्षों की तुलना में बढ़ गई इसलिए उन्हें अधिक दर्द का अनुभव होता है। शोधकर्ताओं ने स्पष्ट किया कि ये लैंगिक-विशिष्ट परिवर्तन दर्द के प्रति उनकी प्रतिक्रियाओं को प्रभावित करने वाले सामाजिक कारकों से भी संबंधित हो सकते हैं।

वहीं, पिछले अध्ययनों से पता चला है कि महिलाएं दर्द के प्रति अधिक संवेदनशील होती हैं। अमरीका के ‘ओहियो स्टेट यूनिवर्सिटी’ के शोधकर्ताओं की टीम ने कहा कि उनके मौजूदा अध्ययन में दर्द को महसूस करने के संबंध में पुरुष-महिला की उम्र को ध्यान में रखा गया है।

ओहियो स्टेट यूनिवर्सिटी के नर्सिंग कॉलेज में सहायक प्रोफैसर एवं शोध की प्रमुख लेखिका मिशेल फैला ने ‘द जर्नल ऑफ पेन’ में प्रकाशित अध्ययन में कहा, ‘मस्तिष्क के कौन से हिस्से दर्द के प्रति प्रतिक्रिया करते हैं, इसका पता लगाने के लिए 18 से 40 वर्ष की आयु के लोगों पर अधिकतर अध्ययन किए गए हैं।

(हम चाहते थे) यह समझें कि 30 से 90 वर्ष की आयु के बीच क्या प्रभाव होता है क्योंकि तभी लोगों को तेज दर्द की अनुभूति बढ़ने लगती है।’ अध्ययन के लिए, शोधकर्ताओं ने 30-86 वर्ष की आयु की 27 महिलाओं और 32 पुरुषों को शामिल किया और उन्हें गर्मी के बढ़ते स्तर के संपर्क में लाया गया।

उन्हें गर्मी के प्रभा व के बारे में सूचित करने को कहा गया। शोधकर्ताओं ने मस्तिष्क के कुछ क्षेत्रों में उम्र बढ़ने के कारण लैंगिक-विशिष्ट परिवर्तन पाए। उन्होंने पाया कि दर्द के मध्यम स्तर पर, पुरुषों में अधिक उम्र के साथ दर्द महसूस करने में कमी देखी गई जबकि महिलाओं की उम्र बढ़ने के साथ अधिक दर्द की धारणा देखी गई।

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