नई दिल्ली: विश्व कैंसर कांग्रेस 2024 में कैंसर उपचार के लिए आयुर्वेद, होम्योपैथी, योग और प्राकृतिक चिकित्सा, यूनानी चिकित्सा आदि जैसे स्वदेशी उपचार पर भी ध्यान केंद्रित किया जाएगा। विश्व कैंसर कांग्रेस के मंगलवार को 8वें संस्करण के उद्घाटन सत्र में कहा कि कैंसर जैसी भयावह बीमारी से निपटने के वैकल्पिक उपायों पर अनिवार्य रूप से विचार किया जाना चाहिए।
विश्व कैंसर कांग्रेस के 8वें संस्करण के आयोजक डॉ. कृष्णा कैंसर हीलर सैंटर और अर्ज्योपा हैल्थकेयर के अनुसार कांग्रेस में इस बार का विषय कैंसर का उपचार तथा इसके दर्द निवारण में हुए नए शोध है। डॉ. कृष्णा कैंसर हीलर सैंटर के निदेशक डॉ. के.एस. गोपीनाथ ने बताया कि कैंसर दुनिया भर में मौत का दूसरा प्रमुख कारण है। एक महत्वपूर्ण तथ्य यह है कि कैंसर एक बीमारी नहीं है बल्कि इसमें 200 से अधिक कैंसर रोग शामिल हैं। कैंसर के अलग-अलग बीमारियों के लिए अलग-अलग दृष्टिकोण की आवश्यकता होती है।
जो उपचार कुछ कैंसरों के लिए काम करते हैं, वे दूसरों के लिए काम नहीं करते हैं और कभीकभी वे उपचार काम करना बंद कर देते हैं। सैंटर में डॉ. तरंग कृष्णा ने बताया कि 8वीं विश्व कैंसर कांग्रेस 2024 वैश्विक स्तर पर नए विचारों और अवधारणाओं और कैंसर जीवविज्ञान और जैनेटिक्स, योग और प्राकृतिक चिकित्सा, आयुर्वेद और कैंसर, अंग-परिभाषित कैंसर, आॅन्कोलॉजी, उप-विशेषताओं, विकिरण आॅन्कोलॉजी, सर्जिकल विषयों पर चर्चा की जाएगी।