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Digestive System को मजबूत करने में बेहद सहायक है Fiber और Healthy Fat

सभी को कभी न कभी पाचन संबंधी समस्याएं जैसे पेट खराब होना, गैस, हार्ट बर्न, मतली, कब्ज या दस्त की दिक्कत होती है। आमतौर पर ये समस्याएं कुछ सामान्य से उपचार और घरेलू नुस्खों को प्रयोग में लाने से ठीक भी हो जाती हैं, पर अगर ये लक्षण बार- बार होने लगते हैं, तो इसपर गंभीरता से ध्यान दिया जाना जरूरी हो जाता है। स्वास्थ्य विशेषज्ञ कहते हैं गैस्ट्रोएसोफेगल रिफ्लेक्स डिजीज, क्रोनिक डायरिया, गैस्ट्रोएंटेराइटिस और अल्सर जैसी पाचन की दिक्कतें गंभीर समस्याकारक हो सकती है, जिनका समय पर निदान और इलाज किया जाना जरूरी है। पाचन स्वास्थ्य को ठीक रखने में आहार और लाइफस्टाइल की महत्वपूर्ण भूमिका मानी जाती है।

हेल्दी फैट्स जरूर                                                                                                            अच्छे पाचन के लिए शरीर को पर्याप्त मात्रा में वसा की आवश्यकता हो सकती है। वसा आपको भोजन के बाद पेट भरा हुआ महसूस करने में मदद करता है और विटामिन ए, डी, ई और के जैसे पोषक तत्वों के उचित अवशोषण के लिए आवश्यक है हालांकि इसके लिए उन्ही चीजों का सेवन किया जाना चाहिए जिसमें स्वस्थ वसा की अधिकता होती है। कुछ अध्ययनों से पता चलता है कि ओमेगा -3 फैटी एसिड अल्सरेटिव कोलाइटिस आंतों की बीमारियों को दूर करने में मददगार है।

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आहार में बढ़ाएं फाइबर की मात्रा                                                                                              फाइबर वाली चीजों का सेवन पाचन स्वास्थ्य को ठीक रखने के लिए जरूरी माना जाता है। घुलनशील फाइबर, पानी को अवशोषित करता है और आपके मल त्याग को आसान बनाने में सहायक है। आहार के माध्यम से फाइबर प्राप्त करने पर ध्यान दिया जाना जरूरी है। जई, जौ साबुत अनाज, नट्स और सीड्स में अघुलनशील फाइबर की भरपूर मात्रा होती है। इसके अलावा फल और सब्जियां घुलनशील और अघुलनशील दोनों तरह के फाइबर से भरपूर होती हैं, इन्हें आहार का हिस्सा जरूर बनाया जाना चाहिए।

तनाव प्रबंधन भी जरूरी
क्या आप जानते हैं कि तनाव आपके पाचन तंत्र पर भी नकारात्मक प्रभाव डाल सकता है? स्वास्थ्य विशेषज्ञ बताते हैं तनाव वाले हार्मोन सीधे आपके पाचन स्वास्थ्य को प्रभावित करते हैं, जो भोजन के पाचन के लिए समस्याकारक स्थिति हो सकती है अगर आप अधिक तनाव लेते हैं तो इससे पेट के अल्सर, दस्त, कब्ज और आईबीएस जैसी बीमारियों के विकसित होने का खतरा हो सकता है। तनाव को कंट्रोल करना बहुत आवश्यक है।

हाइड्रेटेड रहना जरूरी
कम मात्रा में पानी पीना कब्ज की समस्या का सामान्य कारण है। अध्ययनकर्त्ता कहते हैं, शरीर को स्वस्थ रखने के लिए जरूरी है कि हम सभी रोजाना कम से कम 3-4 लीटर पानी पीते रहना जरूरी है। पानी पीते रहने से शरीर हाइड्रेटेड रहता है और शरीर से अतिरिक्त सोडियम भी निकल जाता है जिससे रक्तचाप को कंट्रोल करने में मदद मिल सकती है।

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