बच्चों को मोबाइल फोन से रखें दूर, वरना हो सकती है बड़ी मुसीबत

कहा जाता है कि मोबाइल फोन का सेहत पर बुरा प्रभाव हो रहा है। इसी विषय को लेकर काफी गंभीर चर्चा व खोजें हो रही हैं लेकिन वैज्ञानिकों का कहना है कि इन खोजों का नतीजा तभी साबित होगा, जब बच्चे बड़े होंगे। तब इसके बुरे प्रभावों के बारे में पता चलेगा। वैज्ञानिकों का कहना.

कहा जाता है कि मोबाइल फोन का सेहत पर बुरा प्रभाव हो रहा है। इसी विषय को लेकर काफी गंभीर चर्चा व खोजें हो रही हैं लेकिन वैज्ञानिकों का कहना है कि इन खोजों का नतीजा तभी साबित होगा, जब बच्चे बड़े होंगे। तब इसके बुरे प्रभावों के बारे में पता चलेगा। वैज्ञानिकों का कहना है कि बच्चों को मोबाइल फोन का प्रयोग करने से अवश्य रोकना चाहिए क्योंकि इसका शायद भयानक असर हो सकता है बच्चों की सेहत पर। सर विलियम स्टीवर्ट जो टेसाइट यूनिवर्सिटी स्काटलैंड में यह खोज कर रहे हैं, कहते हैं कि जब यह रिपोर्ट छपेगी तो काफी तहलका मचेगा क्योंकि पूरी सैलफोन बनाने वाली कम्पनियों को नुक्सान पहुंचेगा।

वैज्ञानिकों के अनुसार बच्चों की खोपड़ी पूरी तरह से नहीं बनी होती और उनके सिर भी छोटे होते हैं। उनके तंत्रिका तंत्र भी पूरी तरह से नहीं बने होते। इसलिए सैलफोन से होने वाली कोई भी हानियां अवश्य बच्चों पर दुगुना और ज्यादा जोरदार दुष्प्रभाव डालेंगी। अब तक की गई खोजों के अनुसार, मोबाइल फोन ज्यादा इस्तेमाल करने से कैंसर होने की संभावना है और इससे स्मरण शक्ति कमजोर होने का भी डर है।

कहा जाता है कि आगे जाकर अलजीमर्स डिसीज होने की भी संभावना बढ़ सकती है। स्टीवर्ट बताते हैं कि मोबाइल फोन के बारे में अधिक जानकारी होनी चाहिए। वे कहते हैं कि इस दौर में तो उपभोक्ता मोबाइल फोन तो अवश्य इस्तेमाल करेंगे परन्तु बच्चों को इनसे दूर रखने में समझदारी है। वे इस बात को दोहराते हुए कहते हैं कि वे अपने पोते-पोतियों को अधिक जानकारी के बाद ही मोबाइल फोन इस्तेमाल करने देंगे वरना वे उन्हें इनसे दूर रखेंगे।

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