तीन दिवसीय राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ की बैठक में हुई प्रधानमंत्री मोदी के कार्यों की तारीफ, राम मंदिर निर्माण से जागा लोगों में आत्मविश्वास

नागपुर (महाराष्ट्र) ः राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ की सर्वोच्च नीति निर्धारक संगठन अखिल भारतीय प्रतिनिधि सभा सभा की बैठक इस बार 15 से 17 मार्च तक चली। बैठक में अयोध्या में श्रीराम लला प्राण प्रतिष्ठा, चन्द्रयान-3 की सफल लैडिंग, जी-20 शिखर सम्मेलन की उपलब्धियों, प्रधानमंत्री द्वारा द्वारिका की जलनगरी के दर्शन के लिए पनडुब्बी के उद्घाटन.

नागपुर (महाराष्ट्र) ः राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ की सर्वोच्च नीति निर्धारक संगठन अखिल भारतीय प्रतिनिधि सभा सभा की बैठक इस बार 15 से 17 मार्च तक चली। बैठक में अयोध्या में श्रीराम लला प्राण प्रतिष्ठा, चन्द्रयान-3 की सफल लैडिंग, जी-20 शिखर सम्मेलन की उपलब्धियों, प्रधानमंत्री द्वारा द्वारिका की जलनगरी के दर्शन के लिए पनडुब्बी के उद्घाटन आदि देश को उत्साहित करने वाली उपलब्धियों का उल्लेख किया गया।

सभा में अयोध्या में श्री रामलला प्राण प्रतिष्ठा को लेकर ‘श्रीराममन्दिर से राष्ट्रीय पुनरुत्थान की ओर’ शीर्षक से पारित प्रस्ताव का शोधकर्ताओं, पुरातत्वविदों, विचारकों, विधिवेत्ताओं, संचार माध्यमों, बलिदानी कारसेवकों सहित आंदोलनरत समस्त हिन्दू समाज तथा शासन-प्रशासन के महत्त्वपूर्ण योगदान को विशेष उल्लेखनीय बताया। अखिल भारतीय प्रतिनिधि सभा ने इस संघर्ष में जीवन अर्पण करने वाले सभी हुतात्माओं के प्रति श्रद्धासुमन अर्पित करते हुए उपर्युक्त सभी के प्रति कृतज्ञता व्यक्त की।

राम मंदिर गौरवशाली अध्याय के प्रारम्भ का संकेत

सभा ने कहा कि अयोध्या धाम में प्राण प्रतिष्ठा के दिन देश के धार्मिक, राजनैतिक एवं समाज जीवन के प्रत्येक क्षेत्र के शीर्ष नेतृत्व तथा सभी मत-पंथ-सम्प्रदाय के पूजनीय सन्तवृन्द की गरिमामयी उपस्थिति थी, जो इस बात की द्योतक है कि श्रीराम के आदर्शों के अनुरूप समरस, सुगठित राष्ट्रजीवन खड़ा करने का वातावरण बन गया है।

यह भारत के पुनरुत्थान के गौरवशाली अध्याय के प्रारम्भ का संकेत भी है। श्रीराम जन्मभूमि पर रामलला की प्राण प्रतिष्ठा से परकीयों के शासन और संघर्षकाल में आई आत्मविश्वास की कमी और आत्मविस्मृति से समाज बाहर आ रहा है। सम्पूर्ण समाज हिंदुत्व के भाव से ओतप्रोत होकर अपने ‘स्व’ को जानने तथा उसके आधार पर जीने के लिए तत्पर हो रहा है।

प्रतिनिधि सभा में आने वाले लोकसभा चुनावों में स्वयंसेवकों को अपने मताधिकार का प्रयोग करने तथा शत-प्रतिशत मतदान हेतु प्रयास करने का आह्वान किया गया। संघ के स्वयंसेवकों को गुणवत्ता वृद्धि, संगठनात्मक विस्तार, कार्य दृढ़ीकरण एवं सज्जन शक्ति का सहयोग लेते हुए  अक्तूबर 2024 से प्रारम्भ होने वाले संघ शताब्दी वर्ष हेतु निश्चित किए गए लक्ष्य की पूर्ति का भी आह्वान किया गया।

स्वयंसेवकों को व्यक्तिगत तथा समाज के आचरण में पर्यावरण, सामाजिक समरसता, स्वदेशी, कुटुम्ब प्रबोधन तथा नागरिक अनुशासन के पंच प्रण लाने का भी आग्रह किया गया। इस वर्ष संघ के अनेक दायित्वों पर नये कार्यकर्ताओं की नियुक्ति की गई। दत्तात्रेय होसबाले जी को अगले तीन वर्षों के लिए पुन: सरकार्यवाह निर्वाचित कर लिया गया। इसके अतिरिक्त श्री अतुल लिमये तथा श्री आलोक कुमार जी को सह-सरकार्यवाह नियुक्त किया गया।

दिल्ली, हरियाणा, पंजाब, जम्मू-कश्मीर तथा हिमाचल प्रदेश को मिला कर बनने वाले उत्तर क्षेत्र में श्री पवन जिन्दल जी को क्षेत्र संघचालक, श्री रोशन लाल जी को क्षेत्र कार्यवाह, श्री जतिन जी को क्षेत्र प्रचारक तथा डॉ. सतीश शर्मा को पंजाब का सह-प्रान्त कार्यवाह नियुक्त किया गया है।

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