पंजाब के अमृतसर में सारागढ़ी सराय के बाहर एक कैब चालक को पीट-पीट कर मारने का मामला सामने आया है। दरअसल सारागढ़ी सराय के बाहर 27 जनवरी को एक कैब नंबर पीबी-06- एक्स-8337 के ड्राइवर गुरजीत सिंह निवासी डड्डूआणा मेहता रोड की मौत हो गई थी। मौत के बाद परिजनों को शव यह कहकर सौंप दिया था कि उसकी हार्ट अटैक से मौत हो गई है। जबकि उसकी हत्या हुई थी।
मौके पर लगे CCTV कैमरों ने हत्या सारा राजपाश करके रख दिया है। हालांकि परिजनों ने कुदरती मौत के समझ कर गुरजीत सिंह का डैड बॉडी मिलने के बाद उसका अंतिम संस्कार भी कर दिया था। लेकिन जब पुलिस के हाथ CCTV फुटेज लगी तो नैचुरल डैथ का मामला अब मर्डर में बदल गया है।
पुलिस ने CCTV फुटेज को देखने के बाद आरोपियों की पहचान भी कर ली है। गुरजीत सिंह के साथ मारपीट करने वाले हरविंदर सिंह राणा निवासी कोलू वाली हवेली रामसर रोड, बलजिंदर सिंह निहंग निवासी बाबा दर्शन सिंह एवेन्यू घन्नूपुर काले और साहिब सिंह के खिलाफ गुरजीत की पत्नी चरणजीत कौर की शिकायत पर हत्या का मामला दर्ज कर लिया है।
किराए को लेकर हुआ था झगड़ा
कैब चलाकर अपने परिवार का भरण-पोषण करने वाले गुरजीत सिंह की निहंग सिंह बलजिंदर से किराए को लेकर बहसबाजी हुई थी। बाद में निहंग सिंह और उसके दो साथियों हरविंदर सिंह राणा और साहिब सिंह ने गुरजीत को पीटना शुरू कर दिया। उसे तीनों ने इतना पीटा कि उसकी मौके पर ही मौत हो गई।
गुरजीत की मौत के बाद उसके परिजन सूचना पाकर मौके पर पहुंचते कि तीनों आरोपी गुरजीत के साथियों के साथ मिलकर उसका शव लेकर उसके घर पर पहुंच गए। यह कहकर डैड बॉडी उन्हें सौंप दी कि उसे हार्ट अटैक आया था। परिजनों ने भी इसे नैचुरल डैथ मानकर न तो थाने में कोई शिकायत दी और न ही पोस्टमार्टम करवाया।