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action or later. Please see Debugging in WordPress for more information. (This message was added in version 6.7.0.) in /var/www/dainiksaveratimescom/wp-includes/functions.php on line 6114नेशनल डेस्क: उत्तर प्रदेश के कानपुर देहात से बड़ा ही हैरान कर देने वाला मामला सामने है। एक पालतू बिल्ली की वजह से पूरा घर उजड़ गया। परिवार के लोग अब सदमे में ही कि एक झटके में उनके अपने दुनिया से चल गए। पालतू बिल्ली के काटने से हफ्ते भर के अंदर पिता-पुत्र की मौत हो गई। बिल्ली के काटने से पिता-पुत्र के शरीर में इंफेक्शन फैल गया था और उनमें रेबीज के लक्षण दिखने लगे थे।
पूरा मामला अकबरपुर कोतवाली क्षेत्र के अशोक नगर का है। यहां रहने वाले इम्तियाजुद्दीन नबौली प्राथमिक विद्यालय में प्रिंसिपल थे। उन्होंने घर में पिछले एक साल से बिल्ली पाल रखी थी जो उनके सदस्यों के साथ काफी घुल-मिल गई थी। परिवार के लोग बिल्ली को भी घर का सदस्य ही मानते थे। बिल्ली को इसी साल सितंबर में एक आवारा कुत्ते ने काट लिया था। घरवाले उसका इलाज करवा रहे थे। ऐसे ही अचानक एक दिन बिल्ली ने इम्तियाजुद्दीन की पत्नी को पंजा मार कर घायल कर दिया, हालांकि वो बहुत ज्यादा जख्मी नहीं हुई थी।
इसके बाद अक्टूबर के आखिर में बिल्ली ने उनके बेटे अजीम को काट लिया। इसके दो घंटे बाद इम्तियाजउद्दीन को भी बिल्ली ने काट लिया। परिवार वालों ने इसे गंभीरता से नहीं लिया और डॉक्टर को भी नहीं दिखाया। इम्तियाजउद्दीन और उनके बेटे अजीम ने रेबीज का इंजेक्शन नहीं लगवाया लेकिन किसी को अंदाजा भी नहीं था कि यह कितना खरनाक हो सकता है। नवंबर के पहले हफ्ते में बिल्ली की मौत हो गई। इसके बाद 20 नवंबर को अजीम की हालत बिगड़ने लगी।परिवार वालों के अनुसार, उसमें रेबीज के लक्षण दिखाई देने लगे थे। उन्होंने फौरन प्राइवेट डॉक्टर को दिखाया और टिटनेस का इंजेक्शन लगवाया, फिर वो अजीम को घर ले आए।
25 नवंबर को एक बार फिर से अजीम की तबीयत बिगड़ने लगी। परिवार के लोग उसे प्राइवेट डॉक्टर के यहां ले गए लेकिन उसकी हालत सुधरने के बजाए और गंभीर हो गई। घरवाले अजीम को कानपुर लेकर आ रहे थे लेकिन रास्ते में ही उसने दम तोड़ दिया। परिवार अभी इस सदमे से उभरा भी नहीं था कि इसके बाद 29 नवंबर को इम्तियाजुद्दीन की तबीयत बिगड़ने लगी। घरवाले उसे PGI ले गए वहां उन्हें भर्ती कर लिया गया लेकिन गुरुवार (30 नवंबर) को इम्तियाजुद्दीन की भी मौत हो गई।
हालांकि, इस मामले में इम्तियाजुद्दीन की पत्नी ने कहा कि इंफेक्शन नहीं पति को शुगर और हाई ब्लड प्रेशर था और हार्ट अटैक आया था जिससे उनकी मौत हुई लेकिन इम्तियाजुद्दीन के पड़ोसियों का कहना है कि पिता-पुत्र में रेबीज के लक्षण साफ-साफ दिखाई दे रहे थे और इसी के चलते उनकी मौत हुई। पशु चिकित्सा अधिकारी डॉक्टर सुबोध ने बताया कि पिता और बेटे के जो लक्षण बताए गए हैं वह रेबीज के ही थे। रेबीज का संक्रमण खतरनाक होता है. अगर कोई भी व्यक्ति अपने घर में पालतू जानवर-कुत्ता या बिल्ली पालता है, तो उसे रेबीज का इंजेक्शन लगवा लेना चाहिए।