नई दिल्लीः कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा (Priyanka Gandhi) ने वीरवार को दावा किया कि उनके खाली लिफाफे वाले बयान से भाजपा उनसे इतनी नाराज हो गई कि उन्होंने उनके खिलाफ शिकायत दर्ज कराई और कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Modi) द्वारा किए गए महिला आरक्षण, ओबीसी जाति जनगणना, ईआरसीपी जैसे सभी वादे केवल ‘खाली लिफाफे‘ हैं। प्रियंका गांधी (Priyanka Gandhi) ने अपने वॉट्सऐप चैनल पर पोस्ट करते हुए कहा, ’बीजेपी वाले मेरी एक बात से इतने नाराज हो गए कि मुझ पर केस कर दिया। मैंने कहा था कि मैंने टीवी पर देखा- देवनारायण जी के मंदिर में प्रधानमंत्री लिफाफा लेकर आए.’ जब उसे खोला गया तो 21 रुपए निकले।’
उन्होंने कहा, कि ‘वे जो काम करते हैं, उससे यह भी पता चलता है कि मोदी जी का लिफाफा खाली है। महिला आरक्षण, ओबीसी जाति जनगणना, ईआरसीपी सभी खोखले वादे हैं, क्योंकि मोदी जी का लिफाफा खाली है।‘ उनकी यह टिप्पणी भाजपा द्वारा बुधवार को चुनाव आयोग से शिकायत करने के एक दिन बाद आई है, जिसमें उन पर राजस्थान में अपने चुनाव अभियान के दौरान ‘झूठे दावे‘ करने के लिए ‘प्रधानमंत्री मोदी की व्यक्तिगत धार्मिक भक्ति का सहारा लेने‘ का आरोप लगाया गया था और उनके खिलाफ कार्रवाई करने का आग्रह किया गया था।
केंद्रीय मंत्री हरदीप सिंह पुरी और अर्जुन राम मेघवाल और पार्टी नेता अनिल बलूनी और ओम पाठक सहित एक भाजपा प्रतिनिधिमंडल ने कांग्रेस महासचिव के खिलाफ उचित कानूनी कार्रवाई करने के लिए चुनाव आयोग से शिकायत की हैं। बीजेपी ने पोल पैनल को सौंपे अपने आवेदन में कहा कि प्रियंका गांधी ने 20 अक्टूबर को दौसा में एक सार्वजनिक बैठक में कहा कि उन्होंने टीवी पर देखा कि जब प्रधानमंत्री द्वारा एक मंदिर में किए गए दान का एक लिफाफा खोला गया, तो उसमें केवल 21 रुपए थे। उन्होंने कहा कि उन्होंने खबर देखी है और उन्हें नहीं पता कि दावा सही है या नहीं, बीजेपी की शिकायत में कहा गया है।
इसके बाद उन्होंने बीजेपी पर राजनीतिक हमला बोलते हुए कहा कि पार्टी जनता को लिफाफे दिखाती है, लेकिन चुनाव के बाद उनमें कुछ नहीं मिलता। भाजपा ने अपनी शिकायत में उनकी टिप्पणी का एक वीडियो भी शामिल किया। राजस्थान में 200 सदस्यीय विधानसभा के लिए 25 नवंबर को विधानसभा चुनाव होने हैं और वोटों की गिनती 3 दिसंबर को होगी। चुनाव आयोग को दी गई बीजेपी की शिकायत में कहा गया है, ’प्रियंका गांधी के इस बयान ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की व्यक्तिगत धार्मिक भक्ति का हवाला देकर स्वतंत्र और निष्पक्ष चुनाव के मूल आधार का उल्लंघन किया है।’ यह भी कहा कि वह खुद इसकी सत्यता से वाकिफ नहीं हैं। भाजपा ने अपनी शिकायत में कहा कि उनकी टिप्पणी ने भारतीय दंड संहिता और जन प्रतिनिधित्व अधिनियम का उल्लंघन किया है।